लोकमंच सह बालमुकुंद गुप्त जयंती समारोह सम्पन्न
जमशेदपुर। साहित्य समिति, तुलसी भवन द्वारा संस्थान के प्रयाग कक्ष में मासिक ‘ लोकमंच’ सह हिन्दी के लोकप्रिय साहित्यकार बालमुकुन्द गुप्त जयंती एवं नगर के वयोवृद्ध साहित्यकार श्री शीतल प्रसाद दुबे द्वारा लिखित हिन्दी कहानी संग्रह ” रजनी का स्वप्न ” का लोकार्पण समारोह आयोजित किया गया। अध्यक्षता संस्थान के उपाध्यक्ष श्री राम नन्दन प्रसाद तथा संचालन श्री कैलाश नाथ शर्मा ‘गाजीपुरी’ ने जबकि स्वागत वक्तव्य संस्थान के मानद महासचिव श्री प्रसेनजित तिवारी एवं धन्यवाद ज्ञापन न्यासी श्री अरुण कुमार तिवारी ने किया।
कार्यक्रम का आरंभ श्रीमती नीता सागर चौधरी के सरस्वती वंदना एवं मंचासीन अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन तथा हिन्दी के लोकप्रिय साहित्यकार बालमुकुन्द गुप्त के चित्र पर पुष्पार्पण किया गया । तत्पश्चात् साहित्यकार बालमुकुन्द गुप्त का संक्षिप्त परिचय पाठ श्रीमती नीलिमा पाण्डेय ने प्रस्तुत की ।
कार्यक्रम के अगले सत्र में नगर के वयोवृद्ध साहित्यकार श्री शीतल प्रसाद दुबे लिखित हिन्दी कहानी संग्रह ” रजनी का स्वप्न” का लोकार्पण मंचासीन अतिथियों के कर कमलों द्वारा किया गया। लोकार्पित कहानी संग्रह पर पाठकीय प्रतिक्रिया डाॅ० उदय प्रताप हयात तथा लेखक श्री दूबे के व्यक्तित्व – कृतित्व पर काव्यात्मक प्रस्तुति डाॅ० यमुना तिवारी ‘व्यथित’ ने दी।
इसके बाद शहर के कुल ३५ कलमकारों ने अपनी – अपनी मातृभाषाओं में यथा भोजपुरी , मैथिली , मगही, बंगला, अंगिका, राजस्थानी, संस्कृत, अंग्रेजी, हिन्दी वगैरह में रचित काव्य रचनाएं प्रस्तुत की । काव्य पाठ करने वालों में सर्वश्री शीतल प्रसाद दूबे ,मंजु कुमारी, ब्रजेन्द्र नाथ मिश्र, वीणा कुमारी ‘नंदिनी’ , रीना सिन्हा ‘सलोनी’, भंजदेव देवेन्द्र कुमार व्यथित, नीलाम्बर चौधरी , डाॅ० उदय प्रताप हयात, प्रतिभा प्रसाद कुमकुम, अशोक पाठक स्नेही, विश्व नारायण शिल्पी, बलबिन्दर सिंह, विनय कुमार श्रीवास्तव, शेषनाथ सिंह ‘शरद’ , हरभजन सिंह ‘रहबर’, डाॅ० रजनी रंजन, रीना गुप्ता, पुनम सिंह, डाॅ० संजय पाठक ‘सनेही’ , जितेश कुमार तिवारी, दिलीप कुमार पाठक, नीलम पेडीवाल, दिव्येन्दु त्रिपाठी, विद्या शंकर विद्यार्थी प्रमुख रहे।
इस अवसर पर मुख्य रुप से तुलसी भवन के साहित्य समिति के सचिव डाॅ० अजय कुमार ओझा, विजय नारायण सिंह बेरुका, सिद्धिनाथ दुबे, शिव नन्दन सिंह, महेन्द्र तिवारी एवं बेबी पाण्डेय उपस्थित थे।