कनकपुरा (कर्नाटक). कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को जीत मिलने के बाद मुख्यमंत्री नहीं बन पाने की टीस एक बार फिर डीके शिवकुमार की जुबां पर दिखी है. कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार ने शनिवार को कहा कि गांधी परिवार और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की सलाह के बाद वह मुख्यमंत्री बनने की दौड़ से पीछे हट गए और ‘धैर्य’ रखने का फैसला किया.
उपमुख्यमंत्री बनने के बाद अपने निर्वाचन क्षेत्र के दौरे पर गए शिवकुमार ने मतदाताओं से कहा कि उनकी इच्छा (उन्हें मुख्यमंत्री के रूप में देखने की) कभी झूठी नहीं होगी और उन्होंने उनसे (मतदाताओं से) धैर्य के साथ प्रतीक्षा करने को कहा. शिवकुमार ने कहा, ‘‘आपने मुझे मुख्यमंत्री बनाने के लिए बड़ी संख्या में मत दिए, लेकिन क्या करें, एक निर्णय हुआ. राहुल गांधी, सोनिया गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे ने मुझे एक सलाह दी. मुझे बड़ों की बात का मान रखना ही था– मुझे धैर्य बनाए रखना होगा.’’
कभी झूठी नहीं होगी. धैर्य बनाए रखें
उन्होंने यहां एक सभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘लेकिन मैं आपको सिर्फ इतना बताना चाहता हूं कि आपकी इच्छा (मुझे मुख्यमंत्री के रूप में देखने की) कभी झूठी नहीं होगी. धैर्य बनाए रखें.’’ हालिया चुनाव में विधानसभा की कुल 224 सीटों में से कांग्रेस ने 135 सीटें जीतीं और राज्य में गठित सरकार में सिद्धरमैया मुख्यमंत्री और कांग्रेस की कर्नाटक इकाई के अध्यक्ष शिवकुमार उपमुख्यमंत्री बने. हालांकि, दोनों नेता मुख्यमंत्री बनने की दौड़ में प्रबल दावेदार थे.