स्वाश्रित सम्मान भविष्य में बागबेड़ा की महिलाओं के लिए मिल का पत्थर साबित होगा: डॉ कविता परमार
जमशेदपुर। जिला पार्षद डॉक्टर कविता परमार द्वारा महिला दिवस और होली के अवसर पर अनुग्रह नारायण सिंह शिक्षण एवं सेवा संस्थान बागबेड़ा में महिला समूह की बहनों को समर्पित कार्यक्रम “ललक” का आयोजन किया। सर्वप्रथम जिला पार्षद के साथ साथ आठों पंचायत के महिला जन प्रतिनिधियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई।
समूह की बहनों द्वारा”इतनी शक्ति हमें देना दाता मन का विश्वास कमजोर हो ना” गाने द्वारा सभी महिलाओं को प्रेरित किया गया।
डॉ कविता परमार ने सभी महिलाओं का स्वागत करते हुए कार्यक्रम का उद्देश्य बताया कि “ललक” कार्यक्रम के माध्यम से सभी महिलाओं में कुछ करने की इच्छा जागृत कराने के लिए सभी इकट्ठा हुए हैं। हम अपनी दोहरी भूमिका निभाते हुए खुद को आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास करेंगे। बागबेड़ा क्षेत्र की महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़कर उन्हें बाजार उपलब्ध कराने का प्रयास किया जाएगा।
रिंकू देवी, आशा, बसंती हाइब्रू, शकुंतला बिरुली, पिंकी देवी, रेखा देवी, काकुली मुखर्जी, पूजा देवी द्वारा अपने अपने पंचायत के समूह से संबंधित जानकारी देकर सभी महिलाओं को जागरूक किया गया।
“लाइव टॉक शो” में संगीता मंडल और पुष्पा देवी द्वारा अपने जीवन के विपरीत परिस्थितियों में समूह की मदद से आत्मनिर्भर बनने की कहानी बताया गया।
बागबेड़ा कीताडीह जिला परिषद क्षेत्र के आठों पंचायत उत्तरी कीताडीह, पश्चिम बागबेड़ा, दक्षिण बागबेड़ा, उत्तरी बागबेड़ा, पूर्वी बागबेड़ा, उत्तर पूर्वी बागबेड़ा, मध्य बागबेड़ा, और बागबेड़ा कॉलोनी के 40 महिलाओं को जो विभिन्न रोजगार झाड़ू बनाने, आचार बनाने, कपड़ा का व्यवसाय, मुर्गी, सुकर पालन, फास्ट फूड ठेला, टिफिन व्यवसाय, ब्यूटीशियन आदि द्वारा आत्मनिर्भर बनी महिलाओं को
“स्वाश्रित सम्मान” से डॉ कविता परमार द्वारा सम्मानित किया गया। यह सम्मान नेचर संस्था द्वारा दिया गया। कार्यक्रम में सहिया बहनों को भी सम्मानित किया गया।
अंत में अबीर गुलाल लगाकर सभी ने एक दूसरे को होली की शुभकामना दी।
कार्यक्रम में मुखिया जमुना हंसदा, उमा मुंडा, पंचायत समिति सदस्य झरना मिश्रा, मनीषा हाइब्रू, गीतिका प्रसाद, अंजलि चौहान, लक्ष्मी बोदरा सहित 500 से ज्यादा महिलाएं उपस्थित थीं।