निराला जयंती एवं रीना गुप्ता श्रुति रचित पुस्तक का विमोचन सम्पन्न
जमशेदपुर। रविवार को सिंहभूम जिला हिन्दी साहित्य सम्मेलन/तुलसी भवन द्वारा संस्थान के प्रयाग कक्ष में मासिक “कथा मंजरी” सह हिन्दी कविता के छायावादी युग के प्रमुख कवियों में से एक सूर्यकान्त त्रिपाठी ‘निराला’ जयंती एवं श्रीमती रीना गुप्ता ‘श्रुति’ रचित पुस्तक ‘ नवगीतों की झंकार’ का लोकार्पण समारोह आयोजित किया गया,
कार्यक्रम की अध्यक्षता तुलसी भवन के न्यासी श्री अरुण कुमार तिवारी तथा संचालन साहित्य समिति की श्रीमती रीना सिन्हा ने की।
दीप प्रज्वलन के साथ समारोह की शुरुआत हुई । सरस्वती वंदना श्री वसंत जमशेदपुरी ने प्रस्तुत किया। स्वागत वक्तव्य तुलसी भवन के मानद महासचिव डाॅ० प्रसेनजित तिवारी ने दिया। निराला का साहित्यिक जीवन परिचय श्रीमती माधवी उपाध्याय ने विस्तार से प्रस्तुत किया। तत्पश्चात लोकार्पित पुस्तक “नवगीतों की झंकार” पर पाठकीय प्रतिक्रिया श्रीमती प्रतिभा प्रसाद ‘कुमकम’ ने प्रस्तुत किया।
इसके बाद रचनाकार का परिचय श्रीमती डाॅ० वीणा पाण्डेय ‘भारती’ एवं कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन साहित्य समिति, तुलसी भवन के उपाध्यक्ष श्री सुरेश चन्द झा द्वारा दी गई।
कार्यक्रम के दुसरे सत्र ‘कथा मंजरी’ के मौके पर विभिन्न विषयों को स्पर्श करती हुई कुल १० कहानियों का पाठ किया गया, जिसकी समीक्षात्मक टिप्पणी कथा पाठ के उपरान्त श्री अरुण कुमार तिवारी ने अपने वक्तव्य के दौरान की । जो इस प्रकार है —
क्रम कथाकार कहानी का शीर्षक
१) श्रीमती नीता सागर चौधरी फैसला
२) श्रीमती रीना सिन्हा सलोनी चलन
३) श्री सुरेश चन्द्र झा रक्षा बंधन
४) श्री कन्हैया लाल अग्रवाल पुण्यों का वितरण
५) श्री शीतल प्रसाद दुबे भारतीय आदर्श
६) डाॅ० उदय प्रताप हयात एक माँ यह भी
७) श्री राजेश चरण सुबोध कविता है
८) श्री निशांत कुमार जीवन
९) श्रीमती पूनम सिंह आजकल
१०) श्री मनीष कुमार आवाजो का संघर्ष
इस अवसर पर मुख्य रुप से सर्वश्री / श्रीमती सुभाष चन्द्र मुनका, नीलिमा पाण्डेय, यमुना तिवारी ‘व्यथित’, डाॅ० अजय कुमार ओझा, डाॅ़ वीणा पाण्डेय भारती, माधवी उपाध्याय, नीता सागर चौधरी, सुरेश चन्द्र झा, दिव्येन्दु त्रिपाठी, डाॅ० उदय प्रताप हयात, पूनम सिंह , मनीष कुमार, रीना सिन्हा सलोनी, शीतल प्रसाद दूबे, वसंत जमशेदपुरी, कैलाश नाथ शर्मा ‘गाजीपुरी’, रीना गुप्ता श्रुति, माधुरी मिश्रा, कन्हैया लाल अग्रवाल, बलविन्दर सिंह, निशांत कुमार, सोनी सुगंधा, राजीव कुमार सिंह, अरुणा झा सहित अनेक साहित्यकारों की उपस्थिति रही।