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भगवान के गुणों का श्रवण करे वही भक्ति है : पंडित पवन कृष्ण गौतम


जमशेदपुर। बुधवार को संध्या 4 बजे से जोगार्स पार्क गोलमुरी स्थित विजय नगर मैदान में भागवत कथा आरंभ हुई। कथा का दूसरा दिन प्रारंभ में पंडित पवन कृष्ण गौतम ने बताया कि श्री कुसुम मधुबन बिहारी गौ सेवा संस्थान द्वारा आयोजित भागवत कथा में आए सभी देवीयो और सज्जनों के समक्ष कथा प्रारंभ करते हुए कहा कि वैसे सत्य को बारंबार प्रणाम करते है जो समस्त ब्रह्माण्ड में अधर्म का नाश किया हो कुरीति कुमति का सर्वनाश किया हो वैसे ब्रह्मांड नायक को बार बार प्रणाम है ।
यक्ष ने पहला प्रश्न किया कि आखिर मानव का धर्म क्या है और दूसरा प्रश्न भगवान के कितने अवतार हुए साथ ही यह बताइए कि भगवान कौन से अवतार में कौन सा लीला किए .
सूत महराज ने जबाव देते हुए बताया कि भागवत कथा में अमृत का रस है और भागवत सुनने के लिए नहीं बल्कि भागवत तो पीने के लिए है इसलिए इसका रसपान कीजिए आनंदित रहिए , सूत महराज ने कहा कि गंगा में डुबकी लगाने से पाप नहीं धुलते है बल्कि भागवत कथा में रसपान करने से पाप धुलते है इसलिए भागवत कथा में भगवान श्रीकृष्ण ने कौरव और पांडव के युद्ध में पांडव को विजय दिला कर अनेकों अनेक वरदान देकर द्वारिका लौटे और उनके लौटते ही उतरा के गर्भ से परीक्षित का जन्म हुआ ।
और जब परीक्षित बड़ा हुआ भगवान श्रीकृष्ण ने आशीर्वाद दे उन्हें राज्य सौंपने की गुहार पांडव पुत्रों से लगाई जिसे सभी पांडव पुत्रों ने परीक्षित को गद्दी दे सभी अपने अपने प्राण त्यागने को चल पड़े ।
अंत में परीक्षित ने भी अपने पुत्र को गद्दी देकर जंगल में भगवान की भक्ति में लिन हो गए , भगवान कहते है कि जो भक्ति में कथा सुनते है और उनका समय पूरा हो गया है तो उसके दरवाजे से वापस आ जाओ क्योंकि जो भगवान के भक्ति में डूबा है उसका कोई कुछ नहीं कर सकता है आज मोक्ष एकादशी का दिन है एसे पावन पर्व पर आज भागवत कथा का दिन कितना आनंदमयी दिन है जिसे कथा श्रवण करने का आनंद मिलता है ।
कथा श्रवण करने मुख्य यजमान अप्पू तिवारी ने कथा अनुश्रवण कर सभी से आग्रह किया कि अत्यधिक संख्या में शामिल हो।

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