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गीता कोड़ा जीती तो मुख्यमंत्री का रेस में सबसे आगे रहने की संभावना

भाजपा की चार हाई प्रोफाइल महिला प्रत्याशी में से गीता कोड़ा पार्टी की पहली पसंद बन सकती हैं


रांची। भाजपा गीता कोड़ा को जीता कर झामुमो पर राजनीतिक लगाम कसने की तैयारी में है। वहीँ दीपक और निरल के बढ़ते राजनीतिक प्रभाव को खत्म करने का प्लान बनाया है। झारखण्ड में किस पार्टी की बनेगी सरकार में कौन मुख्यमंत्री बनेगा अभी से चर्चा के बाजार में सट्टा का खेल शुरु हो गया है।
हां सूत्रों के मुताबिक भाजपा की चार महिला प्रत्याशी और झामुमो की फायर ब्रांड बन चुकी कल्पना सोरेन का नाम सबसे ऊपर माना जा रहा है। भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा की पत्नी मीरा मुंडा, जो पोटका से प्रत्याशी हैं। दूसरा पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा की पत्नी गीता कोड़ा, जो जगन्नाथपुर से प्रत्याशी हैं। तीसरा पूर्व मुख्यमंत्री, वर्तमान में ओड़िशा के राज्यपाल रघुबर दास की बहु पूर्णिमा दास, जो जमशेदपुर पूर्वी से प्रत्याशी हैं। चौथा सीता सोरेन जो पूर्व मुख्यमंत्री और झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन की बड़ी बहु हैं जो जामताड़ा से भाजपा प्रत्याशी हैं। इन सभी महिला प्रत्याशी की पहचान हाई प्रोफाइल में होती है। इनके पारिवारिक घराने और पति, ससुर की राजनीतिक हैसियत के कारण इनके नाम सम्भावित मुख्यमंत्री के रूप में लिया जा रहा है। चारों महिला में तीन कोल्हान से आतीं हैं, एक संथाल से हैं। यदि भाजपा इस चुनाव में बहुमत का आंकड़ा छूने में सफल होती है तो इन चारों महिला की जीत पर मुख्यमंत्री चुनने का दारोमदार होगा.और यदि वर्तमान में इंडिया गठबन्धन सरकार अपना आंकड़ा को बचा पाने में सफल हो गया तो राजनीतिक जानकारों के अनुसार कल्पना सोरेन के सर पर झारखंड का मुकुट सजना यानी मुख्यमंत्री बनना तय मान रहे हैं।
कोल्हान से गीता कोड़ा अगर जीत पाने में कामयाब होती है तो मुख्यमंत्री की रेस में सबसे आगे रहेगी, क्योंकि भाजपा कोल्हान में कोड़ा दंपती का राज फिर से देखना चाह रही है।
भाजपा कोड़ा के राजनीतिक कद को बढ़ा कर झामुमो के दीपक बिरूआ के बढ़ते प्रभाव को खत्म करना चाहती है, साथ ही निरल पूर्ति के बढ़ते राजनीतिक कद को छोटा करने की भी योजना है।
अब देखना है जगन्नाथपुर से गीता कोड़ा इंडिया गठबन्धन के प्रत्याशी सोना राम को हरा पाने में सफल हो पाती है या नहीं। यह एक बड़ा सवाल है, जो 23 तारीख को परिणाम के दिन ही जनता का फैसला और जवाब मिलेगा, तब तक के लिए इस तरह की चर्चा होती रहेगी,हर तरह के कयास लगाये जाते रहेंगे।

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