जीएसटी परिषद ने दी राहत कैट ने जताया आभार
जमशेदपुर। जीएसटी कौंसिल द्वारा जीएसटी में कई सुधार किए जाने पर देश के व्यापारियों की शीर्ष संस्था कन्फेडरेशन आफ आल इंडिया टेंडर्स (कैट) ने वित्तमंत्री निर्मलासीतारमण का आभार जताया है ।
कैट के राष्ट्रीय संयुक्त महासचिव सुरेश सोनथालिया ने बताया कि जी एस टी काउंसिल के ५४वी मीटिंग का व्यापारियों को कई दिनों से इंतजार था क्योंकि इसमें कुछ बड़े फैसले लिए जाने की संभावना थी ।
जीएसटी परिषद ने कैंसर की दवाओं पर जीएसटी 12% से घटाकर 5% कर दिया गया है। कैट का मानना है कि इससे कैंसर पीड़ित परिवारों को राहत मिलेगी।
सोन्थालिया ने कहा जीएसटी परिषद की मीटिंग में नमकीन पर जीएसटी में कटौती की है! तली हुई नमकीनों पर टैक्स रेट को लेकर कुछ संशय था जिसे दूर करते हुए सभी तरह की तली हुई नमकीनों पर टैक्स रेट 12% कर दिया गया है! इसके अलावा परिषद ने कहा है कि बिना तले या बिना पके स्नैक्स पर पूर्व की भांति 5% टैक्स ही लगेगा।
इस फैसले से नमकीन उघोग के साथ आम उपभोक्ताओं को लाभ होगा ।
कैट के कोल्हान कर समिति के प्रमुख दिलीप गोलछा और उपप्रमुख पीयूष चौधरी ने कहा कि कैट विभिन्न व्यावसायिक मंचों से लगातार जीएसटी की दरों में कटौती की मांग करती रही है ।
एक अन्य फैसले में सरकार ने यह साफ किया है की ट्रांसपोर्टरों के केस में यदि माल ढुलाई के साथ ट्रांसपोर्टर कोई अन्य सेवा देता है तो वैसी अतिरिक्त सेवाओं को कंपोजिट सप्लाई माना जायेगा ! पूर्व में ट्रांसपोर्ट के साथ वेयर हाउसिंग, लोडिंग-अनलोडिंग, पैकिंग आदि में विभिन्न दरों पर टैक्स लिया जाता था ! इससे हमेशा विभाग एवं व्यापारियों में एक अनिश्चितता की स्थिति बनी रहती थी! अब ट्रांसपोर्ट व्यापारी बिना किसी लिटीगेशन के कार्य कर सकेंगे !
*बिजनेस टू कस्टमर ई इनवॉइसिंग*
जीएसटी पैनल ने पायलट प्रोजेक्ट के रूप में बिजनेस टू कस्टमर ई-इनवॉइस शुरू करने पर भी फैसला किया है ! आज की तारीख में यह सिर्फ बी टू बी यानी अधिकृत व्यापारी से अधिकृत व्यापारी को किए जाने वाले विक्रय पर ही लागू है ! इस नई प्रणाली को 1 अक्टूबर से ट्रायल रूप से लागू की जायेगी ! यह खुदरा ग्राहकों को जीएसटी पोर्टल में इनवॉइस की रिपोर्टिंग को सत्यापित करने का अवसर भी प्रदान करेगा। इससे जी एस टी चोरी पर लगाम लगाने की सरकार की मंशा है !
कैट के भरत वसानी ने धार्मिक यात्रा के लिए प्रयुक्त होने वाली हेलीकॉप्टर की सवारी पर भी सरकार ने टैक्स दर कम करके 5 प्रतिशत करने पर वित मंत्री को साधुवाद दिया है और कहा सरकार आगे भी इसी तरह आम जनता के सर से जी एस टी का बोझ, और व्यापारियों के सर से जी एस टी अनुपालन का बोझ कम करने का कार्य करती रहेगी ।