देश की उन्नति में अल्पसंख्यकों की भूमिका महत्वपूर्ण : हिदायतुल्लाह खान
अधूरी रिर्पोट प्रस्तुत करने वाले विभाग को जल्द पूर्ण रिपोर्ट आयोग को उपलब्ध कराने के दिए निर्देश, उर्दू के विद्यालय की कमी को जल्द ही पूर्ण किया जाएगा
जमशेदपुर। झारखण्ड राज्य अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष हिदायतुल्लाह खान की अध्यक्षता में पाकुड़ परिसदन सभागार में जिले में अल्पसंख्यकों के कल्याणार्थ चलाई जा रही योजनाओं से संबंधित समीक्षात्मक बैठक की गई। समीक्षा बैठक में आयोग के उपाध्यक्ष प्रणेश सोलोमन एवं सदस्य बरकत अली, एकरारुल हसन, सबिता टुडु भी शामिल थे।*
अपने भ्रमण कार्यक्रम के उद्देश्यों को रेखांकित करते हुए उन्होंने कहा कि बहुक्षेत्रीय विकास कार्यक्रम के तहत सामाजिक-आर्थिक अवसंरचना का निर्माण करके और बुनियादी सुविधाएं प्रदान कर अल्पसंख्यक बहुल क्षेत्रों की विकास संबंधी कमियों को दूर करने की ओर एक विकासात्मक पहल है। उक्त बातें आज आयोग के अध्यक्ष ने समीक्षा बैठक के दौरान कही।
समीक्षा में श्री खान ने विभागवार अधिकारियों से संबंधित विभागों में राज्य सरकार द्वारा चलाए जा रहे कल्याणकारी योजनाओं की वर्तमान स्थिति तथा उन योजनाओं में अल्पसंख्यक लाभुकों की संख्या की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि आयोग के भ्रमण का मुख्य उद्देश्य झारखंड के सभी जिलों में अल्पसंख्यकों के कल्याणार्थ केंद्र एवं राज्य सरकार की योजनाएं सही तरीके से धरातल पर उतरे। उन्होंने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री की भी यही प्राथमिकता है कि राज्य के सभी व्यक्तियों को सरकार की सभी योजनाओं का लाभ मिले। उन्होंने समीक्षा के क्रम में विभागों से प्राप्त रिपोर्ट पर संतुष्टि दिखाई हालांकि कई विभागों द्वारा अधूरी रिर्पोट प्रस्तुत किए जाने पर आयोग ने पूरी रिर्पोट तैयार कर भेजने का निर्देश भी दिया। उन्होंने बताया कि जिलावार भ्रमण कर आंकड़े इक्कठा किए जा रहे है ताकि राज्यस्तर पर पुनः बैठक कर चिन्हित खामियों को दूर कर अल्पसंख्यक समुदाय के हितों की रक्षा करने हेतु प्रभावी कदम उठाए जा सके। उन्होंने बताया कि आयोग लगातार सभी जिलों में भ्रमण के दौरान जनसुनवाई भी कर रही है ताकि जन सुनवाई के दौरान प्राप्त आवेदनो को सम्बंधित विभाग भेज कर अग्रतर करवाई की जा सके।
इस दौरान उन्होंने कहा जिले में उर्दू विद्यालय एक भी नहीं है। आयोग झारखंड सरकार से इसकी अनुशंसा करेंगी। पाकुड़ में अल्पसंख्यक समुदाय में मुसलमानों की संख्या अधिक है बावजूद एक भी उर्दू स्कूल नहीं है। अध्यक्ष हिदायतुल्लाह खान ने कहा कि राज्य सरकार अल्पसंख्यक समुदाय के शैक्षणिक उत्थान के लिए गंभीर हैं इसलिए सभी समस्याओं का जल्द ही समाधान होगा। उर्दू के साथ साथ सभी क्षेत्रीय भाषाओं के विकास के लिए राज्य सरकार योजनाबद्ध तरीके से कार्य कर रही है।
उर्दू सिर्फ भाषा नहीं बल्कि हिन्दुस्तानी तहजीब है
विभागवार समीक्षा के उपरांत आयोग के अध्यक्ष पत्रकारों से रूबरू हुए। उन्होंने मीडिया से आयोग के भ्रमण और उद्देश्यों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। अध्यक्ष ने मीडिया को बताया कि आज आयोग ने जिले में अल्पसंख्यकों के कल्याणार्थ शिक्षा, ग्रामीण विकास, सामाजिक सुरक्षा, समाज कल्याण, मत्स्य, कृषि, स्वास्थ्य, कल्याण, खाद्य आपूर्ति सहित अन्य विभागो द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की समीक्षा की। उन्होंने अल्पसंख्यक समुदाय के शिक्षा की आवश्यकता पर जोर दिया उन्होंने कहा कि उर्दू के विद्यालय की कमी को जल्द ही पूर्ण किया जाएगा। उर्दू केवल भाषा ही नहीं बल्कि हिंदुस्तानी तहजीब भी है।
मौके पर डीडीसी, अपर समाहर्ता, जिला आपूर्ति पदाधिकारी, जिला कल्याण पदाधिकारी, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी समेत जिला स्तरीय पदाधिकारी व अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।*