जुगसलाई राणी सती मंदिर में धूमधाम से मना सिंधारा-तीज उत्सव
मोटी सेठानी मारो बेड़ो पार लगानो पडसी... जैसे भजनों पर झूमे श्रद्धालु
जमशेदपुर। श्री राणीसती सत्संग समिति जुगसलाई द्वारा हरियाली अमावस्या पर श्री राणीसती दादी जी का सिंधारा-तीज उत्सव धूमधाम से मनाया गया। जुगसलाई राणी सती मंदिर के प्रथम तल्ला पर आयोजित हुए इस धार्मिक अनुष्ठान में सर्वप्रथम सुघा-अनिल कुमार अग्रवाल (समिति के अध्यक्ष) द्वारा श्री गणेश जी और राणी सती दादी जी का पूजन किया गया। मंदिर के पुजारी बिमल पांडे ने पूजन कार्य संपन्न करवाया। दादी जी का दरबार फूलों से बहुत ही सुंदर और आकर्षक ढंग से सजाया गया था। स्थानीय प्रसिद्ध भजन गायिका सुनीता एवं गोविंद भारद्वाज एंड टीम समेत समिति के कलाकार क्रमशः सुधीर शर्मा, बैजनाथ शर्मा और जगदीश शर्मा ने मीठे-मीठे भजनों से दादी जी का गुणगान किया। कलाकारों ने श्री गणेश वंदना गजनानद आओ पधारो म्हारे आंगना… से भजनों का शुभारंभ किया। मेहंदी रची गई दादी के हाथों में…, गर जोर मेरो चाले हीरा मोत्या से नजर उतार दूं…, खूब सज्यो दरबार मैया थाना आनो पड़सी…, ये तेरा किसने किया सिंगार बड़ा प्यारा लगे…, दर्शन तो कर लेन दे मेनू नच लेन दे…, मोटी सेठानी मारो बेड़ो पार लगानो पडसी…, आओ ना आओ ना आओ ना आज हमारे घर आओ ना… आदि भजनों की शानदार प्रस्तुति दी। भजनों पर भक्त झुमते रहे। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण दादी जी का झूला, चुनरी उत्सव, मेहंदी उत्सव रहा। देर शाम आरती एवं प्रसाद वितरण सहित लजीज व्यंजन के साथ दादी जी का सिंधारा उत्सव समापन हुआ। इसे सफल बनाने में कमल अग्रवाल, राजेश अग्रवाल, अजय अग्रवाल, कैलाश शर्मा, दिलीप अग्रवाल, दिलीप रिगसिया, राजेश कसेरा, दीपक गोयल, दिनेश अग्रवाल, निर्मल पटवारी सहित श्री राणी सती सत्संग महिला समिति का योगदान रहा।