कुमारडुंगी में हाथी का आतंक, एक दिन में चार घर तोड़े
चाईबासा : कुमारडुंगी थाना क्षेत्र अंतर्गत उंडुदा व बांकधर गांव में बच्चे के साथ आई एक हाथी ने काफी उत्पात मचाया है। उसने चार घरों को तोड़ दिया। उसमें रखे चावल, दाल, नमक, गेहुं खा गए। पलंग, बर्तन को तोड़ दिया। पेड़ों में लगे कटहल खा गया। रातभर गांव में ही घुमता रहा। लोगों को दौड़ाता रहा। दूसरे दिन सुबह होते ही जंगल की ओर चला गया। घटना के प्रत्यक्षदर्शी भैरव पान ने बताया कि एक हाथिनी अपने बच्चे के साथ सोमवार की रात के लगभग 11 बजे आकर दिवाल गिराने का प्रयास कर रहा था। उस समय सभी घर पर सो रहे थे। हाथी एक बार प्रयास करने के बाद बगल वाले घर की ओर चला गया। वहां घर के दीवाल को उसने तोड़ दिया। घर के अंदर रख चावल नमक एवं कपड़ों को खींचकर बाहर फेंक दिया। उसे दौरान दूसरे कमरे में सो रहे अपने पिताजी विनोद पान को ले आया । हम जब घर से किसी तरह बचकर भागने का प्रयास कर रहे थे। तो हाथी मुख्य गेट में आकर खड़ा हो गया। इसी तरह दो-तीन बार हम वहां से भागने का प्रयास किए पर हाथी भागने के दौरान गेट में आकर खड़ा हो जाता था। एक बार तो गेट तोड़कर आंगन में घुस गया। वहां घर को तोड़ दिया। जब हाथी पड़ोस मुन्ना पान के घर की ओर चला गया तो हम करीब दो घंटा बाद अपने अंधे पिता को लेकर वहां से निकल गये। उसके बाद हाथी को भगाने का बहुत प्रयास किए पर वह घर के सामने से हिलने डुलने का नाम तक नहीं ले रहा था। उडुंदा व बांकधर गांव से भी लोगों को बुलाकर हाथी को भगाने का प्रयास किया गया। पर हाथी भगाने का नाम नहीं लिया दूसरे दिन सुबह उजाला होते देखा जंगल की ओर भाग गया। उसी दिन शाम को करीब आठ बजे बांकधर गांव में प्रवेश किया था। वहां जंगल किनारे बसे एक घर के दरवाजे को तोड़ने का प्रयास किया। इसमें दोनों छोर से हाथी व इंसान में ढकेला गया। बाहर की ओर से हाथी दरवाजा को खोलने का प्रयास कर रहा था तो अंदर पति पत्नी दरवाजा ढकेल रखे थे। इस घटना के बाद हाथिनी अपने बच्चे को लेकर गांव में प्रवेश कर गयी। वहां उसने मोटाय पिंगुवा के घर पर प्रवेश करने का प्रयास किया। घर को तोड़ दिया। जब वहां कुछ नहीं मिला तो वहां से चला गया। उसके बाद करीब 11 बजे उंडुदा गांव के गितिलपी टोला में प्रवेश किया। गितिलपी टोला निवासियों ने घर छोड़कर भागना शुरू कर दिया है। जानकारी मिली की हाथी पिछ्ले तीन दिनों से गांव में उतपात मचाए रखा है। इसकी जानकारी वन विभाग को भी दिया जा चुका है। जानकारी होने के बाद भी विभाग द्वारा हाथी को भगाने का काम नही करने से गांव में चार लोगों का घर टुटा है।