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बिष्टुपुर श्री राम मंदिर परिसर से इस्कॉन प्रभु जगन्नाथ जी का रथ यात्रा निकलेगा 7 जुलाई को


जमशेदपुर। इस्कॉन द्वारा प्रभु श्री जगन्नाथ जी की रथ यात्रा दिनांक 07 जुलाई 2024 को बिष्टुपुर राम मंदिर से निकाली जाएगी। इस्कॉन भक्तों के साथ साथ शहर के विभिन्न सामाजिक एवम धार्मिक संगठनों तथा हरि भक्तो की कीर्तन मंडली, हरे कृष्णा हरे राम के महामंत्र की धुन पर अपने प्रभु श्री जगन्नाथ, मां सुभद्रा एवं भैया बलभद्र जी के रथ को मौसी बाड़ी तक ले जाएंगे। रथ यात्रा के लिए तीन रथ तैयार किए गए हैं, जिस पर प्रभु श्री जगन्नाथ, बहन सुभद्रा और बड़े भैया बलभद्र जी विराजमान हो कर अपने भक्तो के साथ नगर भ्रमण करेंगे। इस आयोजन में जमशेदपुर एवं आसपास के इलाकों से, हजारों की संख्या में भक्तों के शामिल होने की संभावना है, और यही वजह है इस्कॉन जमशेदपुर, यात्रा से लगभग एक महीने पहले से ही इसकी तैयारी शुरू कर देते हैं। शुक्रवार को बिष्टुपुर आंध्र भक्त श्री राम मंदिर में एक अहम बैठक आयोजित की गई। इस्कॉन मंदिर जमशेदपुर के प्रमुख स्वामी पद्मनाभ जगन्नाथ दास की अध्यक्षता में संपूर्ण तैयारियों की समीक्षा की गई। लगभग 1000 की संख्या में विभिन्न संगठनों के स्वयंसेवक तीनो रथों की अलग-अलग जिम्मेदारी निभाएंगे एवं रथ कि सुरक्षा तथा संचालन व्यवस्था को सुनिश्चित करेंगे।
– इस्कॉन जमशेदपुर द्वारा प्रभु श्री जगन्नाथ जी की रथ यात्रा दिनांक 07 जुलाई 2024 को बिष्टुपुर राम मंदिर से निकाली जाएगी। इस्कॉन भक्तों के साथ साथ शहर के विभिन्न सामाजिक एवम धार्मिक संगठनों तथा हरि भक्तो की कीर्तन मंडली, हरे कृष्णा हरे राम के महामंत्र की धुन पर अपने प्रभु श्री जगन्नाथ, मां सुभद्रा एवं भैया बलभद्र जी के रथ को मौसी बाड़ी तक ले जाएंगे। रथ यात्रा के लिए तीन रथ तैयार किए गए हैं, जिस पर प्रभु श्री जगन्नाथ, बहन सुभद्रा और बड़े भैया बलभद्र जी विराजमान हो कर अपने भक्तो के साथ नगर भ्रमण करेंगे। इस आयोजन में जमशेदपुर एवं आसपास के इलाकों से, हजारों की संख्या में भक्तों के शामिल होने की संभावना है, और यही वजह है इस्कॉन जमशेदपुर, यात्रा से लगभग एक महीने पहले से ही इसकी तैयारी शुरू कर देते हैं। शुक्रवार को बिष्टुपुर आंध्र भक्त श्री राम मंदिर में एक अहम बैठक आयोजित की गई। इस्कॉन मंदिर जमशेदपुर के प्रमुख स्वामी पद्मनाभ जगन्नाथ दास की अध्यक्षता में संपूर्ण तैयारियों की समीक्षा की गई। लगभग 1000 की संख्या में विभिन्न संगठनों के स्वयंसेवक तीनो रथों की अलग-अलग जिम्मेदारी निभाएंगे एवं रथ कि सुरक्षा तथा संचालन व्यवस्था को सुनिश्चित करेंगे।

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