संस्था कलम की सुगंध में बही काव्य की रस धारा।
जमशेदपुर । “कलम की सुगंध जमशेदपुर”झारखंड में ऑन लाइन कवि गोष्ठी आयोजित की गई।गोष्ठी की अध्यक्षा वरिष्ठ साहित्यकार आ छाया प्रसाद थी।
मुख्य अतिथि निवेदिता श्रीवास्तव “गार्गी” थी। संस्था की अध्यक्ष आरती श्रीवास्तव “विपुला” के स्वागत भाषण से कार्यक्रम की शुरुआत हुई। उन्होंने बताया कि विगत चार वर्षों से यह संस्था साहित्यिक कार्यक्रम आयोजित करता आया है। कभी ऑफ लाइन तो कभी ऑन लाइन।इस संस्था में छंदों की जानकारी दी जाती है। होली के अवसर पर महामूर्ख सम्मेलन भी आयोजित किया गया था। मंच का संचालन सुदीप्ता जेठी राऊत ने कुशलता पूर्वक किया। कवि गोष्ठी में अपने शहर के अलावा राँची और बिहार की कवयित्रियों ने भी भाग लिया।सभी ने विभिन्न विषयों पर अपनी बेहतरीन प्रस्तुति दी। सरस्वती वंदना पूनम सिन्हा “भाव शिखा ” ने बहुत ही मधुर स्वर में किया।कार्यक्रम में रांची से सुनीता श्रीवास्तव “जागृति”, बिंदू प्रसाद “रिद्धिमा ” ने कार्यक्रम में अपनी सुंदर प्रस्तुति से सबका मन मोह लिया। ममता कर्ण “मनस्वी” सुष्मिता मिश्रा ने भावपूर्ण रचना से मंच को सजाया।
पटल की संरक्षिका प्रतिभा प्रसाद “कुमकुम ” जी की उपस्थिति ने कार्यक्रम को विशेष बना दिया।
मुख्य अतिथि निवेदिता श्रीवास्तव गार्गी ने कलम की सुगंध के सभी साहित्यकारों को अपनी शुभकामनाएं दीं और बताया कि यह साहित्यिक संस्था सभी को साथ लेकर एक उद्देश्य के साथ चलने वाली संस्था है। सभी रचनाकारों की प्रस्तुति को उन्होंने बहुत साधुवाद दिया।
विशिष्ट अतिथि डा. वीणा पांडेय भारती जी ने बड़े ही धैर्य से सभी की रचनाएं सुनी वो, भाव विभोर हो गई एवं सभी को बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
अध्यक्षीय भाषण में आ छाया प्रसाद जी ने बताया कि कलम की सुगंध साहित्य के क्षेत्र में काफी अच्छा कर रहा है। यहां छंदों की जानकारी दी जाती है।उन्होंने सभी की उत्कृष्ट प्रस्तुति के लिए धन्यवाद दिया।
रीना गुप्ता ने उपस्थित सभी विद्वतजनों का आभार व्यक्त कर कार्यक्रम को विराम दिया।