FeaturedJamshedpurJharkhandNational
हाय ये गर्मी
नहीं सही जाए यह गर्मी
ईश्वर अब तो कृपा कीजिए
अपने प्रखर ताप को कम कर
मनुज,पशु, वृक्षों पर दया कीजिए
जलाशय सूख रहे हैं
जल के लिए मची हाहाकार
वसुंधरा धधक रही
गगन गिरा रहे अंगार
सक्षम वर्ग तो घर बैठकर
कर सकते हैं आराम
पर मजदूर, रिक्शा चालक, फेरी वाले
कैसे छोड़े अपना काम
फ्रिज, एसी, कूलर, पंखा
नहीं है सबके पास
दीन-हीन लोग तो
प्रकृति पर ही लगाएं हैं आस
इसलिए हे सूर्यदेव अब
अपना ताप कम कर दीजीए
सबके जीवन में शीतलता देकर
सबके दुख को हर लीजिए
सुस्मिता मिश्रा
जमशेदपुर, झारखंड