कविवर रवींद्रनाथ ठाकुर एवं सुमित्रानंदन पंत की जयंती मनी
कार्यक्रम में स्थानीय विद्वानों एवं साहित्यकारों ने 100% मतदान हेतु जनजागरण करने का निश्चय लिया
जमशेदपुर। साहित्य समिति, तुलसी भवन द्वारा संस्थान के प्रयाग कक्ष में छायावाद के चार स्तम्भों में से एक साहित्यकार सुमित्रा नन्दन पंत एवं विश्वविख्यात कवि रविन्द्रनाथ टैगोर की जयंती कार्यक्रम आयोजित किया गया । आज के कार्यक्रम में स्थानीय साहित्यकारों ने 100% मतदान के लिये जनता जनार्दन को शिक्षित करने का संकल्प लिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्थान के अध्यक्ष श्री सुभाष चन्द्र मुनका तथा संचालन साहित्य-समिति की सदस्य श्रीमती निवेदिता श्रीवास्तव ने किया । इस अवसर पर स्वागत वक्तव्य तुलसी भवन के न्यासी श्री अरुण कुमार तिवारी एवं धन्यवाद ज्ञापन साहित्य समिति के श्री वसंत जमशेदपुरी द्वारा किया गया ।
कार्यक्रम का आरंभ दीप प्रज्वलन एवं सरस्वती माता के साथ कवि द्वय के चित्रों पर पुष्पार्पण कर किया गया । तत्पश्चात् कार्यक्रम में श्रीमती डाॅ० वीणा पाण्डेय भारती के सरस्वती वंदना के बाद श्रीमती रीना सिन्हा ‘सलोनी’ द्वारा साहित्यकार सुमित्रानन्दन पंत तथा श्री राजेन्द्र साह ‘राज’ द्वारा कवि रविन्द्रनाथ टैगोर का साहित्यिक जीवन परिचय प्रस्तुत किया गया । कार्यक्रम के अगले सत्र में ‘काव्य कलश’ के अन्तर्गत उपस्थित शहर के ३४ नामचीन कवियों ने स्वरचित काव्य पाठ किया । जिनमें सर्वश्री / श्रीमती डाॅ० रागिनी भूषण , नीता सागर चौधरी, वीणा कुमारी नंदिनी, अजय प्रजापति, मंजु कुमारी, यमुना तिवारी ‘व्यथित’, अनिता निधि, शीतल प्र. दूबे, माधुरी मिश्रा, निर्मला राव, माधवी उपाध्याय, राजेन्द्र साह राज, डाॅ० वीणा पाण्डेय ‘भारती’, रीना सिन्हा, बलबिन्दर सिंह , सुरेश चन्द्र झा, प्रतिभा प्रसाद ‘कुमकुम’, रीना गुप्ता, भंजदेव देवेन्द्र कुमार ‘व्यथित’, ब्रजेन्द्र नाथ मिश्र , कैलाश नाथ शर्मा ‘गाजीपुरी’, रंदी सत्यनारायण राव , पूनम सिंह, शकुन्तला शर्मा, अनुराग अग्निहोत्री , जय प्रकाश पाण्डेय, अरविन्द कुमार तिवारी , डाॅ० संजय पाठक ‘सनेही’ , जितेश तिवारी तथा निवेदिता श्रीवास्तव प्रमुख रहे । जबकि संस्थान के मानद महासचिव डाॅ० प्रसेनजित तिवारी एवं साहित्य समिति के सचिव डाॅ० अजय कुमार ओझा की उपस्थिति सराहनीय रही । कार्यक्रम के अंत में सामुहिक राष्ट्रगान हुआ ।