26 मार्च को शंकराचार्य स्वामी श्री सदानंद सरस्वती जी महाराज का नगर आगमन : उमेश खेरवाल टप्पू
जमशेदपुर। श्री गुरुदेव सेवा समिति, जमशेदपुर के द्वारा राजस्थान शीव मंदिर, जुगसलाई में पत्रकार वार्ता सम्पन्न हुई। वार्ता में उपस्थित पत्रकारों एवं छायाकारों को संबोधित करते हुए श्रीगुरुदेव सेवा समिति के मुख्य संरक्षक उमेश प्रसाद ख़िरवाल “टप्पू ने बताया कि आगामी मंगलवार 26 मार्च 2024 को अनन्त श्रीविभूषित द्वारकाशारदा पीठाधीश्वर जगद्गुरू शंकराचार्य स्वामी श्री सदानन्द सरस्वती जी महाराज का नगर आगमन संध्या 6 बजे राजस्थान शीव मंदिर, एम0 ई0 स्कूल रोड, जुगसलाई में होगा। अगले दिन बुधवार 27 मार्च 2024 को राजस्थान शिव मंदिर में प्रातः 9:30 बजे से 11:00 बजे तक महाराजश्री के द्वारा शिष्यों को गुरुदीक्षा प्रदान की जायेगी। इच्छुक श्रद्धालु जिन्हें गुरुदीक्षा लेनी है वे प्रातः 9:30 बजे शिव मन्दिर पहुंच कर गुरुदीक्षा ग्रहण कर सकते हैं। बुधवार 27 मार्च 2024 को संध्या 4:00 बजे से महाराजश्री के द्वारा भक्तों का प्रवचन कार्यक्रम रखा गया है जिसमें शंकराचार्य जी महाराज विश्व कल्याण, मानव कल्याण एवं विश्व शांति प्रसंग पर प्रख्यान देंगे। प्रवचन के पश्चात महाराजश्री उपस्थित भक्तों से मुलाकात करेंगे।
आगामी गुरुवार 28 मार्च को प्रातः 9:30 बजे 11:00 बजे महाराजश्री के द्वारा इच्छुक भक्तों को गुरुदीक्षा प्रदान की जायेगी। कार्यक्रम का सम्पूर्ण विवरण प्रदान करते हुए उमेश प्रसाद ख़िरवाल “टप्पू जी” ने बताया कि शंकराचार्य जी महाराज का दो दिवसीय प्रवास 28 मार्च गुरुवार को संध्या 4:00 बजे उनके घाटशिला प्रस्थान के साथ समाप्त होगा।
गुरुदीक्षा ग्रहण करने के इच्छुक भक्त 27 मार्च एवं 28 मार्च को राजस्थान शिव मंदिर में प्रातः 9:30 बजे भोजन, नाश्ता ग्रहण किये बैगेर पहुंच कर अपना पंजीकरण करवायेंगे।
शंकराचार्य जी महाराज के द्वारा गुरुदीक्षा कार्यक्रम तथा उनके प्रवास कार्यक्रम का विस्तृत विवरण प्राप्त करने के लिए शुभम ख़िरवाल से उनके मोबाइल संख्या 7070948971 पर सम्पर्क किया जा सकता है।
जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी श्री सदानन्द सरस्वती जी महाराज के पीठाधीन होने के पश्चात जमशेदपुर में उनका प्रथम सार्वजनिक कार्यक्रम होगा। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में शुभम ख़िरवाल, विकाश अग्रवाल, हेमंत अग्रवाल, लक्ष्य ख़िरवाल, महावीर तोदी, नरेश चौधरी, जग्गू भालोटिया, पंचम गुप्ता, श्रवण अग्रवाल समेत अन्य भक्त योगदान कर रहे हैं।