विपक्षी सांसदों के निलंबन के खिलाफ देशभर के इंडिया घटक दलों में शामिल दलों का जिला मुख्यालयों पर धरना
जमशेदपुर में भी इंडिया घटक दलों में शामिल नेता आए एक मंच पर, जताया केंद्र सरकार के खिलाफ नाराजगी
कहा मोदी सत्ता कर रही लोकतंत्र का अपमान, विरोध जारी रखने का किया ऐलान
जमशेदपुर। मौजूद शीतकालीन सत्र के दौरान संसद से निलंबित विपक्षी सांसदों के समर्थन में देशभर में इंडिया घटक दल में शामिल पार्टियों के संयुक्त तत्वाधान में जिला मुख्यालयों पर धरना- प्रदर्शन के जरिए केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रकट किया जा रहा है। शुक्रवार को जमशेदपुर में भी इंडिया घटक दलों के नेताओं ने जिला मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन के जरिये केंद्र सरकार के खिलाफ आक्रोश व्यक्त किया। इस प्रदर्शन में शामिल झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस, एटक सहित अन्य विपक्षी दल शामिल हुए।
इस विरोध प्रदर्शन में विधायक सह झारखंड मुक्ति मोर्चा के जिला अध्यक्ष रामदास सोरेन, शेख बदरुद्दीन, प्रमोद लाल, बीर सिंह सुरेन, महिला नेत्री सहित काफी संख्या में झारखंड मुक्ति मोर्चा कार्यकर्ता शामिल हुए।
प्रदर्शन में शामिल एटक के नेता अंबुज ठाकुर ने विपक्षी सांसदों के निलंबन को देश में फासीवाद को बढ़ावा देना बताया। उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक देश में सवाल पूछने पर सांसदों का निलंबन तानाशाही परंपरा की पराकाष्ठा है। इसको लेकर देशभर में केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध जारी है। इधर कांग्रेस के जिलाध्यक्ष आनंद बिहारी दुबे ने बताया कि एक सांसद को बचाने के लिए देश के इतिहास में पहली बार 150 से भी ज्यादा सांसदों को मौजूदा केंद्र की सरकार द्वारा निलंबित किया गया है, जो यह दर्शाता है कि केंद्र सरकार तानाशाह हो चुकी है जिसे उखाड़ फेंकने का समय आ गया है।