महिला सशक्तिकरण को परिभाषित करेगी ‘सिख विरसा प्रदर्शनी’
27 से 29 अक्टूबर को साकची गुरुद्वारा में होगा महिलाओं की हस्तनिर्मित कला का प्रदर्शन
जमशेदपुर। महिला सशक्तिकरण बढ़ावा देने तथा महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के उद्देश्य से महिलाओं का एक समूह संदीप कौर और चरणजीत कौर के नेतृत्व में तीन-दिवसीय ‘सिख विरसा प्रदर्शनी’ 27 से 29 अक्टूबर तक साकची गुरुद्वारा परिसर में आयोजित करेगी। प्रदर्शनी के सफल आयोजन को लेकर बुधवार को महिलाओं के समूह और साकची गुरुद्वारा के पदाधिकारियों के बीच के साकची गुरुद्वारा में एक बैठक आयोजित की गयी।
बैठक के बाद प्रधान निशान सिंह और महासचिव परमजीत सिंह काले ने बताया कि महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने और उनके द्वारा निर्मित उपयोगी वस्तुओं को जनता के बीच प्रदर्शनी के रूप में उचित स्थान देने के लिए महिलाओं को यह प्लेटफॉर्म दिया जा रहा है।
‘सिख विरसा प्रदर्शनी’ की मुख्य आयोजनकर्ता संदीप कौर और चरणजीत कौर का कहना है कि साकची गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी गुरुद्वारा साहिब साकची परिसर स्थित गोविंद भवन में प्रदर्शनी का आयोजन सुबह दस बजे से शाम सात बजे तक किया जायेगा।
संदीप कौर ने बताया कि प्रदर्शनी का मुख्य उद्देश्य है कि महिलाओं विशेषकर सिख महिलाओं को स्वावलंबी बनाया जा सके साथ ही साथ महिलाएं जो अपने घर में सजावट आदि की वस्तुएं और अन्य कई प्रकार की वस्तुओं का निर्माण करती हैं उनको एक उचित प्लेटफार्म मिल सके। चरणजीत कौर का कहना था कि महिलाओं को अपने कला का प्रदर्शन करने तथा उनके द्वारा बनाये गयी हस्तनिर्मित वस्तुओं को प्रदर्शनी सह विक्रय का लाभ मिल सके। आयोजनकर्ता ने यह भी बताया कि महिलाओं को इस प्रदर्शनी के माध्यम से शिक्षित करना भी उनका उद्देश्य है, ताकि वे घरेलु कार्यों के अलावा भी वस्तुएं बनाकर अपने परिवार का भरण पोषण कर सके। प्रदर्शनी का शुभारंभ 27 तारीख को सुबह 10:00 बजे होगा तथा मुख्य अतिथि साकची गुरुद्वारा साहिब के मुख्य सेवादार सरदार निशान सिंह होंगे।
बैठक में महिला समूह के सदस्य, संदीप कौर, चरणजीत कौर, अध्यक्ष सरदार निशान सिंह, ट्रस्टी सरदार सतनाम सिंह सिद्धू , महासचिव सरदार परमजीत सिंह काले, कोषाध्यक्ष सरदार जसबीर सिंह गांधी, वरीय उपाध्यक्ष सरदार सतनाम सिंह घुम्मन, सरदार दलजीत सिंह, सरदार मनोहर सिंह मित्ते, सरदार त्रिलोचन सिंह तोची समेत साकची सिख नौजवान सभा के चेयरमैन सरदार प्रितपाल सिंह उपाध्यक्ष सरदार जगजीत सिंह आदि उपस्थित थे।