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विधायक सरयू राय ने डीसी से की बस्तियों में नागरिक सुविधा मुहैया कराने की मांग

जमशेदपुर । विधायक सरयू राय नेक्षउपायुक्त, पूर्वी सिंहभूम, जमशेदपुर को एक मांग पत्र देकर क्षेत्र में समस्याओं का निराकरण करने की मांग किया हैं। श्री राय ने डीसी को बताया कि भुईयांडीह, जमशेदपुर एक सघन आबादी का क्षेत्र है. इसका विस्तार छायानगर से लेकर बाबूडीह-लालभट्ठा-छाई बस्ती तक है। इसमें बड़ा भू-भाग टाटा लीज क्षेत्र का है जिसमें शनैः शनैः आबादी का विस्तार होते गया है। यहाँ के बड़े भू-भाग के निवासी अभी भी मूलभूत नागरिक सुविधाओं से वंचित हैं। न तो टाटा स्टील की अनुषांगिक इकाई जुस्को, नया नाम टीएसयूआईएसएल और न जमशेदपुर अधिसूचित क्षेत्र समिति ने ही अबतक इस ओर ध्यान दिया है। यह क्षेत्र जमशेदपुर पूर्व विधानसभा क्षेत्र का हिस्सा है।

मैं विगत 3 वर्षों से प्रयासरत हूँ कि इस भू-भाग में आवश्यक जनसुविधाओं का विस्तार हो। फलस्वरूप यहाँ के निवासियों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए वाटर ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित करने का उपक्रम टीएसयूआईएसएल ने आरम्भ किया है। इस हेतु चिन्हित भूखंड से अतिक्रमण हटाना जिला प्रशासन के सहयोग से संभव हुआ और इसकी चहारदीवारी बनाने का काम प्रगति पर है। इस भूखंड के एक अंश का उपयोग बस्तीवासी पूजा, अनुष्ठान, आध्यात्मिक कार्यक्रमों का आयोजन और खेलकूद के लिए काफी दिनों से करते आ रहे हैं। अतिक्रमण हटने के बाद कंपनी पूरा मैदान अपने कब्जा में लेना चाह रही है। पूजा, अनुष्ठान, आध्यात्मिक कार्यक्रमों तथा खेलकूद के लिए आवश्यक स्थान तय किये बिना पूर्व में स्थापित पूजा वेदी को अपने घेरा में ले रही है। नतीजतन बस्तीवाले किंकर्तव्यविमूढ़ हैं। बस्तीवासियों के बुलाने पर मैं इस स्थल पर गया था। मैंने दूरभाष पर टाटा स्टील यूआईएसएल एवं टाटा लैंड के अधिकारियों से संपर्क साधा और अनुरोध किया कि जबतक पूजा स्थल के लिये जमीन चिन्हित नहीं हो जाती हैं तबतक वे पूजा वेदी को न घेरें और चहारदीवारी खड़ा करने का काम मैदान की अन्य दिशाओं की ओर से करें। इस मामले का समाधान करने के लिए जिला प्रशासन को अविलंब निर्णायक पहल करनी चाहिए, इसलिए पत्र के माध्यम से यह विषय आपके सामने रख रहा हूँ।

मेरा सुझाव है कि टाटा स्टील यूआईएसएल से यह बताने के लिए कहा जाय कि

1. वाटर ट्रीटमेंट प्लांट लगाने, इसे संचालित करने तथा भविष्य की संभावित जरूरतों के मद्देनजर उन्हें कुल कितनी जमीन की जरूरत होगी।
2. इस स्थान पर वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के अलावा कोई अन्य प्लांट लगाने की भी उनकी योजना है या नहीं,
3. यदि है तो वह योजना क्या है और इस योजना को वहाँ पर ही लगाना कितना जरूरी है,
4. उपर्युक्त के आलोक में मैदान के एक हिस्से में पूजा, अनुष्ठान एवं खेल कूद के लिए आवश्यक स्थान चिन्हित करने में उन्हें क्या कठिनाई है।

इसके अतिरिक्त निम्नांकित बात की ओर आपका ध्यान आकृष्ट करना चाहता हूँ:-

1. इस क्षेत्र से होकर गुजरने वाले बड़े नालों की उडाही माॅनसून आने से पहले करा दी जाय,
2. सिदगोडा की ओर से इस क्षेत्र में आने वाला और टिमकेन बाउंड्री के बगल से नदी की ओर जाने वाला एक बड़ा नाला है जो भर गया है. इस नाला की अविलंब उडाही करना तथा इसके शेष हिस्से में भी गार्डवाल बनाना निहायत जरूरी है।
3. इस नाला के एक किनारे और टिमकेन बाउंड्री के मध्य करीब 3 किलोमीटर लंबी कच्ची सड़क है जो लिट्टी चैक से नदीतट तक जाती है। इस पथ को पक्का करने से यातायात में सुविधा होगी. फिलहाल लाल भट्ठा तक पीने का पानी पहुँचाने वाले बड़े टैंकर इस रास्ते से नहीं जा पा रहे हंै.
4. यह कच्ची सड़क पक्का हो जाने और नाला पर तीन जगह पुलिया बन जाने से बाबूडीह-लाल भट्ठा की आबादी के आवागमन के लिए वैकल्पिक मार्ग मिल जाएगा और ग्वाला बस्ती-कल्याण नगर होकर बाहर निकलने वाली एक मात्र सड़क पर से यातायात का बोझ काफी कम हो जाएगा।
5. टिमकेन की बाउंड्री पूर्ववर्ती जुस्को ने बनाया है। नदी की ओर से आधी दूरी तक बाउंड्री बनी है. बाद में कंपनी का डंपिंग इलाका है. बाउंड्री में एक दर्जन से अधिक स्थानों पर बड़े सुराख बना दिये गए हैं, जिनसे लगातार जल प्रवाहित होते रहती है और नाला में गिरते रहती है। इस कारण कच्ची सड़क से होकर गुजरने वाले वाहनों और पैदल चलने वाले राहगीरों को काफी कठिनाई होती है।
इस कच्ची सड़क को पक्की करने, नाला की उडाही करने, नाला पर तीन पुलिया बनाने के बारे में मैं काफी दिनों से टाटा स्टील यूआईएसएल के अधिकारियों से कहते आ रहा हूँ। अनुरोध है कि आपके स्तर से भी उन्हें इस बारे में कहा जाय ताकि उपर्युक्त जनसुविधाएँ निर्मित करने का काम मानसून पूर्व आरम्भ हो जाएँ।

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