साकची में माधुरी दीक्षित के जन्मदिन पर राघे-राधे कार्यक्रम से भक्तिमय हुआ माहौल
पप्पू सरदार ने नहीं काटा केक, प्रसाद स्वरूप पुड़ी सब्जी का किया वितरण
जमशेदपुर। मशहूर बॉलीवुड अभिनेत्री माधुरी दीक्षित का 56 वा जन्मदिन माधुरी के प्रशंसक पप्पू सरदार द्धारा सादगी के साथ भक्तिमय माहौल में राघे-राधे कार्यक्रम के साथ मनाया गया। साकची बाजार हंडी लाईन स्थित कार्यक्रम स्थल को भगवान श्रीकृष्ण, भगवान श्रीराम, भगवान जगन्नाथ, राधा रानी, बाल गोपाल, संत बाबा, गो माता का दरबार एक ही स्थान पर काफी आकर्षक तरीके से सजाया गया था, जिससे पूरा माहौल भक्तिमय हो गया था। इस साल जन्मदिन का केक नहीं काटा गया, क्योंकि माधुरी दीक्षित की माताजी स्नेहलत्ता का निधन 12 मार्च को हो गया था। 15 मई सोमवार की शाम को आम लोगों के बीच इस वर्ष चाट के बदले प्रसाद स्वरूप पुड़ी सब्जी का वितरण किया गया। सोमवार को सुबह पप्पू सरदार द्धारा सुंदरनगर स्थित चेशायर होम में भी केक नहीं काटा गया। वहां रह रहे विशेष बच्चों के बीच फल ओर भोजन का वितरण किया गया। इससे पहले 14 मई रविवार की रात माधुरी की लंबी उम्र के लिए हवन के साथ पूजा की गयी। पंडित संतोष कुमार त्रिपाठी ने पूजा करायी। भक्तिमय राघे-राधे कार्यक्रम के लिए वृन्दावन और पश्विम बंगाल के मायापुर से आमंत्रित कलाकारों की टीम द्धारा भक्तिमय राघे-राधे कार्यक्रम किया गया। रविवार और सोमवार के बीच देर रात तक सैकड़ों लोग भक्तिमय राघे-राधे कार्यक्रम में शामिल होकर भगवान के दरबार में अपनी हाजिरी लगा रहे थे। इस भक्तिमय राघे-राधे कार्यक्रम में इस्कॉन के विदेशी मेहमान भी शामिल थे। मौके पर इस्कॉन के सदस्यों ने कहा कि माधुरी दीक्षित के चाहने वाले पूरी दुनिया में मौजूद है जो आज उन्हें जन्मदिन की बधाई एवं शुभकामनाओं के साथ कुछ लोग उपहार भी दिये होगें। मगर माधुरी दीक्षित के भाई पप्पू सरदार द्वारा उनके जन्मदिन पर जो तोहफा दिया जा रहा है वह अनमोल है। इस दौरान दोनों दिन माधुरी दीक्षित के फिल्मी गाने भी नहीं बजाये गये। रविवार की रात और सोमवार को इस समारोह का गवाह बनने आए कई लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि यह एक सुनहरा पल है जो हम लोगों के लिए यादगार बनते जा रहा है। जिसमें कई महिलाएं ऐसी भी थी जो 1996 से लगातार इस समारोह में शामिल होकर माधुरी दीक्षित को अपनी शुभकामनाएं दे रही हैं। मालूम हो कि पिछले 27 सालों से हर वर्ष माधुरी का जन्मदिन मनाते आ रहे शहर के चर्चित पप्पू सरदार की माधुरी की भक्ति के रूप में अंतर्राष्ट्रीय पहचान बन चुकी है।