साकची श्री महालक्षमी दादी मंदिर में धूमधाम से मना शाकंभरी माता का नौवां वार्षिक महोत्सव
लाया थारी चुनरी कर लो मॉ स्वीकार... जैसे भजनों पर झूमने लगे श्रद्धालु
जमशेदपुर। शुक्रवार को साकची ठाकुरबाड़ी रोड़ स्थित श्री महालक्षमी माता दादी मंदिर में श्री शाकंभरी माता का नौवां वार्षिक महोत्सव सह मंगलपाठ का भव्य आयोजन धूमधाम से मनाया गया। श्री शाकंभरी माता परिवार टाटानगर द्धारा आयोजित हुए इस एक दिवसीय धार्मिक अनुष्ठान का शुभारंभ पूजा अर्चना से हुई। यजमान निशा-सुभाष सोंथालिया, सरिता-विनोद सोंथालिया, मंजू-विजय सोंथालिया, नीलम-श्याम सुंदर पलसानिया, सुधा-निर्मल पटवारी द्धारा संयुक्त रूप से माता की पूजा की गयी और बसंत पंडित नेे पूजा करायी तथा सबको रक्षा सूत्र बांधा। निकिता जवानपुरिया द्धारा घर में बनाये हुए केक को प्रसाद स्वरूप माता को भोग लगाया गया।
इस धार्मिक मौके पर मंगल पाठ, भजन, भव्य दरबार, ज्योत प्रज्जवलित, छप्पन भोग, प्रसाद आदि आकर्षण का केन्द्र बना रहा। इस शुभ अवसर पर 251 से अधिक महिलाओं ने पारंपरिक परिधान में माता का मंगलपाठ किया। इस दौरान पूरा माहौल भक्तिमय हो गया था। श्रद्धालुओं ने माता के जयकारे लगाये। इस अवसर पर महोत्सव में सहयोग करने वाले समाज के कई गणमान्य लोगों को संस्था की तरफ से सम्मानित भी किया गया।
मैया का श्रृंगार बड़ा ही प्यारा हैः-
इससे पहले गजानंद आज पधारो जी शाकम्भरी मैया की मंगल आनंद बरसाज्यो जी…. श्री गणेश वंदना के साथ मंगल पाठ एवं भजनों का कार्यक्रम दोपहर 3 बजे से शुरू हुआ, जो रात 10 बजे महाआरती के बाद प्रसाद वितरण के साथ संपन्न हुआ। आमंत्रित कलाकार कोलकाता से आये देवकी नंदन मालपानी तथा स्थानीय कलाकार मनोज शर्मा ने भजनों की प्रस्तुति देकर भक्तों को खुब झुमाया। मॉ का गुणगान करते हुए भजन गायकों ने मेरी सकरायवाली मैया का श्रृंगार बड़ा ही प्यारा है…, देखो जरा भाई देखो जरा आज शाकम्भरी माँ सिंह पर चढ़ आई है…, शाकम्भरी परिवार है ये शाकम्भरी परिवार…, सकराय वाली माई आज पधारी हैं…, लाया थारी चुनरी कर लो मॉ स्वीकार…, हर महिने मईया जी हम ज्योत जलायोंगें…, आज मेरी मैया को किसने सजा दिया.., बोल कुणसो भजन सुनाऊ मवाड़ी… आदि समेत एक से बढ़कर एक भजनों की प्रस्तुति कर समां बांधा। जिससे आसपास का पूरा वातावरण गुंजायमान होता रहा। कलाकारों द्वारा प्रस्तुत किये गये भजनों पर भक्तों द्वारा नृत्य भी प्रस्तुत किया गया।
इनका रहा योगदानः-
इस धार्मिक महोत्सव को सफल बनाने में प्रमुख रूप से समाजसेवी विश्वनाथ सोंथालिया, सीताराम अग्रवाल, प्रदीप जवानपुरिया, बाबू लाल गर्ग, बाल चंद हरनाथका, शंभु प्रसाद कांवटिया, राम गोपाल शाह, सुमित्रा देवी शाह, शकुंतला अग्रवाल, सुधा कावंटिया, ओम प्रकाश मूनका, प्रहलाद पलसानिया, विकास सोंथालिया, संदीप हरनाथका का विशेष सहयोग रहा। साथ ही संस्था की अध्यक्ष नीतू हरनाथका, उपाध्यक्ष सबिता सोंथालिया, सचिव मनीषा कांवटिया, कार्यसमिति प्रमुख सरिता सोंथालिया समेत शाकंभरी माता परिवार के सभी सदस्यों का महत्वपूर्ण योगदान रहा।