मानगो गांधी मैदान में दुर्गा पूजा महोत्सव समिति द्वारा चलाए जा रहे आंदोलन में मैं शामिल हुआ

जमशेदपुर । मानगो नगर निगम कार्यालय के समक्ष चलाए जा रहे आंदोलन में मैं शामिल होकर के उपस्थित जनों को कहा कि यह दुर्गा पूजा का आयोजन विगत 1964 बरसे हो रहा है यह यहां के भावनात्मक हिंदुओं का मामला है जिसे सरकार को कुचलना चाहती है गांधी मैदान में स्टेडियम बनाकर जानबूझकर राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता अल्पसंख्यक समुदाय को खुश करना चाहती है और हिंदुओं की भावनाओं के साथ कुत्सित कुचलने का प्रयास कर रही है जो आशनीय ही नहीं बल्कि घातक है जो विकास हिंदूओ के भावनाओ को कुचले वह विकास की रेखा को हिंदू समाज बर्दास्त नही करेगा
इस प्रकार की विकास को किसी भी कीमत में समझौता करने को तैयार नहीं है विकास के नाम पर अगर हिंदुओं के आस्था के साथ खिलवाड़ होता है तो पूरा जमशेदपुर का हिंदू एकत्रीकरण कर इसका मुंहतोड़ जवाब हम सभी देंगे
यह लड़ाई और यह संघर्ष हिंदुओं के आस्था का सवाल है जिसे किसी भी कीमत पर समझौता नहीं किया जा सकता आजाद नगर बसने से पहले यह गांधी मैदान था जो यहां के हिंदुओं ने अपने बच्चों के लिए, परिवार के लिए, आने वाली पीढ़ियों के लिए इतना बड़ा मैदान को बचा करके रखा आज उसी मैदान में हिंदुओं का हक नहीं, यह कैसे हो सकता है
अगर दुर्गा पूजा समिति के भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया गया तो विवश होकर जमशेदपुर के सारे रामनवमी, दुर्गा पूजा, काली पूजा समिति बैठकर निर्णय करेंगे और वह आंदोलन का रूप कड़ा और मजबूत संघर्ष होगा
रावण पंडित था परंतु आदमी था जिसे राम ने मार गिराया उसी प्रकार अगर सत्ता में बैठे लोग हिंदुओं को कमजोर समझेंगे तो उसी विश्वास के साथ उनकी राजनीति का अंत करना हिंदुओं का मकसद होगा
मैं जिला प्रशासन और सरकार से मांग करता हूं स्टेडियम का निर्माण नगर के अंदर में और भी कहीं कर ले लेकिन गांधी मैदान में जहां मेला लगेगा पंडाल बनेगा वहां किसी भी प्रकार का स्टेडियम का निर्माण ना करें अन्यथा हम सभी लोग किसी भी कीमत पर इसे बर्दाश्त नहीं कर करेगा.