भगवान की दिव्य कथा का श्रवण, कीर्तन करने तथा सतत चिंतन करने से मानव का कल्याण होता है – पo बसंत नारायण शास्त्री
जमशेदपुर । त्रयंबक महादेव मंदिर समिति, मानगो के द्वारा साप्ताहिक भक्तिरस संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा के आयोजन तीसरे दिन शनिवार को कथा वाचक पo बसंत नारायण शास्त्री जी ने कथा करते हुए बताया कि भगवान की दिव्य कथा का श्रवण करने, उनके चरित्रों का कीर्तन करने तथा सतत चिंतन करने से मानव का कल्याण होता है।
सती चरित्र एवं शिव विवाह के प्रकरण में शास्त्री जी ने बताया कि प्रेम एक अटूट बंधन होता है जिसे समाप्त नहीं किया जा सकता है परंतु आज के समाज में प्रेम के नाम पर धोखा एवं लव जिहाद है, अपना परिचय छिपाकर हिंदू बालिका से प्रेम करके बाद में उसे मौत के घाट उतार रहे हैं दुष्ट प्रवृत्ति के लोग। इसलिए बच्चें अपने मां पिता और अभिभावकों के साथ साथ मुहल्ले और समाज के बड़े बुजुर्गों का सम्मान करें और उनके बताएं रास्ते पर चलें l
प्रतिदिन भगवान की भक्ति करें l खूब ज्यादा से ज्यादा पढ़ाई करे साथ ही समय निकाल कर श्रीमद् भागवत का पाठ करे और श्रवण करें जिससे अच्छे बुरे को पहचानने की क्षमता प्राप्त होगी l
कथा श्रवण हेतु आज मुख्यरूप से श्री रामाश्रय सिंह, श्री विजय तुलस्यान, श्री नीरज सिंह, अरुण पांडेय, श्री राधा रमण जी, विष्णु भगवान पाठक, श्री दीपनारायण मिश्रा, राम अवधेश चौबे, श्री कमलकांत ओझा, श्री रविंद्र तिवारी, दसरथ चौबे, शिव प्रकाश शर्मा, नीलकमल शेखर, शंभू त्रिवेदी, सत्येंद्र कुमार साव,रामसेवक सिंह, उमेश चंद्र सिंह, ललन शर्मा, बिनोद राय, मनोज शर्मा, श्री कृष्ण गोपाल दुबे, धर्मवीर पांडे, राहुल कुमार, अर्जुन शर्मा, मनोज सिंह, सुनील सिंह, सुजय मुखर्जी, राजेश गुप्ता, जगदीश तिवारी, संतोष सिंह चौहान, मनोज मिश्रा, विजय चौबे, गौरी सिंह सहित बड़ी संख्या में महिलाएं और पुरुष उपस्थित हुए l