सेठी की पुस्तक का विमोचन हुआ जन जन तक पहुंचे गुरु नानक के संदेश
जमशेदपुर। भारतीय जनता पार्टी के वरीय नेता एवं रेलवे यात्री सलाहकार समिति के सदस्य गुरविंदर सिंह सेठी लिखित पुस्तक, “गुरु नानक जीवन और संदेश” का विमोचन साकची गुरुद्वारा में किया गया।
इस मौके पर गुरविंदर सिंह सेठी ने कहा कि कोविद के दो साल के भयावह काल में यह भान हुआ कि समाज के अंतिम व्यक्ति के कल्याण के लिए जो सरकारें कर रही हैं वह तो 550 साल पहले गुरु नानक देव जी ने लंगर की प्रथा चलाकर किया था। उन्होंने मानवता की भलाई का संदेश दिया खासकर स्त्री जाति के उत्थान के लिए उन्होंने बहुत कुछ किया। बाबर की सत्ता के दंभ पर चोट की, वही धर्म जाति से ऊपर उठकर मानव की जात एक है और ईश्वर एक है, का संदेश दिया। जो आज भी सार्थक है भले ही गुरुद्वारों से यह संदेश दिया जा रहा है लेकिन गुरुद्वारों से बाहर दुनिया के हर व्यक्ति तक यह संदेश जाना चाहिए तो संसार में शांति सद्भाव कल्याण का माहौल बनेगा। इसे ध्यान में रखकर लिखा और भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के प्रकाशन विभाग की ओर से इसका मुद्रण हुआ। मुद्रण से पहले सरकार की ओर से सात विभिन्न स्क्रीनिंग कमेटी के हाथों से यह होकर गुजरी तब जाकर इसका प्रकाशन सरकार की ओर से किया गया।
उन्होंने बताया कि दिल्ली में नगर विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के चेयरमैन सरदार इकबाल सिंह लालपुरा ने इस का विमोचन किया और इस पुस्तक को प्रधानमंत्री ने भी देखा है और प्रशंसा की है तथा इस पुस्तक की 22 हजार प्रतियां गुजरात सरकार एवं 34 हजार प्रतियां राजस्थान सरकार ने मंगाई है। उन्होंने उम्मीद जताई कि मानवता का संदेश देने वाले इस पुस्तक की प्रतियां झारखंड सरकार भी मंगा कर विभिन्न स्कूलों को भेजेगी।
इस मौके पर तखत श्री हरमंदिर जी पटना साहिब प्रबंधन कमेटी के महासचिव सरदार इंदरजीत सिंह ने कहा कि गुरविंदर सिंह सेठी जी ने सराहनीय काम किया है और हर सिख को चाहिए कि वह गुरुओं के दिखाए मार्ग पर चले।
इस मौके पर साकची गुरुद्वारा कमेटी के प्रधान निशान सिंह, शमशेर सिंह सोनी, गुरचरण सिंह बिल्ला, कुलविंदर सिंह,सतिंदर सिंह बंटी, सतवीर सिंह सोमू, सतवीर सिंह गोल्डू, जगजीत सिंह जग्गी, महेंद्र सिंह, त्रिलोचन सिंह, नानक सिंह परमिंदर सिंह आदि उपस्थित थे।