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विश्व दृष्टि दिवस के मौके पर नेत्रदान के महत्व पर प्रकाश डाला गया : कुणाल सारंगी

जमशेदपुर। नाम्या स्माइल फाउंडेशन तथा रोशनी फाउंडेशन जमशेदपुर के संयुक्त तत्वावधान में विश्व दृष्टि दिवस के उपलक्ष्य में लोगों को नेत्र दान का महत्व समझाया गया। इसके साथ ही सेह इस विषय में जागरूकता व हस्ताक्षर अभियान कार्यक्रम का आयोजन विमेंस ग्रेजुएट कॉलेज जमशेदपुर में किया गया। इस अवसर पर रोशनी फाउंडेशन ने विमेंस ग्रेजुएट कॉलेज जमशेदपुर का आभार व्यक्त किया, जिसके सहयोग एवं मार्गदर्शन से यह कार्यक्रम संभव हो सका। रोशनी फाउंडेशन के सदस्य तारु गांधी, परबिंदर कपूर ने नेत्र दान के महत्व और इसकी जागरूकता को छात्राओं तथा शिक्षकों द्वारा अधिक संख्या में समाज में फैलाने की प्रेरणा दी। उन्होंने यह भी कहा की हमें हर उस सार्थक पहल का साथ देना चाहिए, जो इस विषय में जागरूकता फैलाएं।

विमेंस ग्रेजुएट कॉलेज जमशेदपुर की कुलपति डॉ अंजिला गुप्ता, रेजिस्टर डॉ. प्रभात कुमार सिंह, डीएसडब्ल्यू डॉ. किशोर आरा नाम्या फाउंडेशन के कुणाल षाडंगी तथा रोशनी फाउंडेशन के सदस्यों ने फीता काटकर हस्ताक्षर अभियान का शुभारंभ किया।

कार्यक्रम के मुख्य वक्ता नाम्या स्माइल फाउंडेशन के संस्थापक कुणाल षाडंगी ने कहा किस भी मानव के जीवन में आँखों का एक अहम किरदार होता है। आँख शरीर का वह अंग है, जो मानव जीवन को रंगीन बना देता है और उनकी जिंदगी में उजाला भर देती है। इस संसार में हम में से कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो दूसरों के बारे में भी सोचते हैं। आंखें ना सिर्फ हमें रोशनी दे सकती है, बल्कि हमारे मरने के बाद वह किसी और की जिंदगी में उजाला भी भर सकती है। हालांकि कुछ लोग अंधविश्वास के कारण नेत्र दान नहीं करते। उनका मानना हैं कि अगले जन्म में वे नेत्रहीन ना पैदा हो जाएं। इस अंधविश्वास की वजह से दुनियां के कई नेत्रहीन लोगों को जिंदगी भर अंधेरे में ही रहना पड़ता है। सभी लोगों को इस बात को समझना होगा और नेत्रदान अवश्य करना चाहिए। हमारा एक सही फैसला लोगों की जिंदगी में उजाला ला सकता हैं।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से विमेंस ग्रेजुएट कॉलेज जमशेदपुर के शिक्षक और शिक्षिका तथा रोशनी फाउंडेशन के सीता जोशी, नाम्या स्माइल फाउंडेशन से साहिल धनुका, शिल्पा धनुका, निधि केडिया तथा अनेक छात्राएं उपस्थित थीं।

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