सभी पत्रकार एक जुट हो कर जर्नलिस्ट प्रोटेक्शन एक्ट लागू कराने का करे प्रयास
नेहा तिवारी
प्रयागराज। सभी पत्रकार साथी एकजुट होकर जर्नलिस्ट प्रोटेक्शन एक्ट लागू कराने का प्रयास करे । सभी के सहयोग से ही यह संभव हो सकता है । पत्रकारो पर हो रहे हमने और उनकी हत्याओ को सरकार नजर अंदाज कर रही है । अब इसके लिए सभी संगठनो को संयुक्त प्रयास करना होगा यह विचार एक गोष्ठी के दौरान पत्रकारो की संस्था जर्नलिस्ट काउंसिल आँफ इंडिया (रजि.) के राष्टीय अध्यक्ष अनुराग सक्सेना ने रखे।
उन्होने कहा कि आवश्यकता है कि पत्रकार जन सरोकार की पत्रकारिता करे जिससे उन्हें वह सम्मान प्राप्त हो जिसके वह अधिकारी है। चापलूसी और पीत पत्रकारिता से बचे। आज सभी लोग मिडिया बदलाव की बात तो करते है पर इनमे कोई बदलना नही चाहता। सभी एक नाव पर सवार है पर स्थिति तो डावाडोल और नाजुक है। जो आम जनमानस की आवाज है। वही कराह रही है तो कौन खडा़ होगा समाज को आइना दिखाने के लिए? सरकार और सरकार के कार्यो पर कौन रखेगा नजर? हमारी और आप की समस्याओ को सरकार तक कौन पहुचायेगा? विधार्थियो, कामगारो और आम जनता की आवाज कौन बनना? अब की वक्त है कि हम संभल जाए, चकाचौंध, टीआरपी की दौड़ और पैसे के पीछे ना भाग कर हम निष्पक्ष पत्रकारिता पर ध्यान दे तो शायद लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ खोखला होने से बच जायें। और पत्रकारो को अपना खोया हुआ सम्मान वापस मिल जायें।
आज चाटुकारिता ने हमे दलालो की श्रेणी मे लाकर खड़ा कर दिया है। कोई भी कही भी हम पर आक्रमण हो जाता है क्यों? इस पर सरकारो का लगातार पत्रकारो की मांगो को नजर अंदाज करना यही दर्शाता है कि हम भी अपने रास्ते और लक्ष्य से भटक चुके हैं ।पत्रकारिता और पत्रकारो को अपना खोया हुआ सम्मान वापस लाने के लिए जन सरोकार की पत्रकारिता से जुडना होगा। आज पत्रकार निष्पक्ष पत्रकारिता करने से डरता है उसे निष्पक्ष और निर्भीक होकर पत्रकारिता करने के लिए जरुरी है कि देश में अब जर्नलिस्ट प्रोटेक्शन एक्ट लागू हो। इसके लिए अब हमे अपनी एकता कलम के माध्यम से दिखानी होगी ।