ढिल्लन की दलील खारिज, टीम अवतार को मान्यता मिली
जमशेदपुर। तख्त श्री हरमंदिर जी पटना साहिब की नई कमेटी के गठन के हंगामेंदार होने के पूरे आसार थे। पूर्व महासचिव महेंद्र सिंह ढिल्लन हर हाल पर पद पर बने रहना चाहते थे और उन्होंने येन केन प्रकारेण अपनी ओर से बैठक की प्रारंभिक कार्रवाई से चुनाव होने की प्रक्रिया तक अड़ंगा डालते रहे।
चुनावी प्रक्रिया पूरी होने और मात खाने के बाद भी महेंद्र सिंह ढिल्लन एवं उसके समर्थक हरपाल सिंह जोहल हथियार डालने के पक्ष में नहीं थे। महेंद्र सिंह ढिल्लन ने दफ्तर खाली करने और कार्यभार नए महासचिव इंदरजीत सिंह को सौंपने से साफ इनकार कर दिया था।वहां हरपाल सिंह जोहल ने अपने कई समर्थकों को जुटान कर रखा था। लेकिन वहां झारखंड सिख प्रतिनिधि बोर्ड के अध्यक्ष गुरचरण सिंह बिल्ला कार्यकारी अध्यक्ष शमशेर सिंह सोनी चेयरमैन कुलविंदर सिंह पन्नू सहित जमशेदपुर के कई गुरुद्वारा कमेटियों के पदाधिकारी इंदरजीत सिंह के समर्थन में डटे हुए थे।
लेकिन अवतार सिंह हित एवं इंदरजीत सिंह ने साफ कर दिया था कि हाथापाई तक भी मामला नहीं पहुंचना चाहिए। जिससे पुलिस कार्रवाई हो अथवा तख्त की बदनामी हो अथवा कानूनी मामला बन जाए।
बड़ी संख्या में होने के बावजूद इंद्रजीत सिंह के समर्थकों ने धैर्य बनाए रखा और उस धैर्य का पुरस्कार शनिवार को मिल गया जब जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने नई कमेटी पर अपनी मुहर लगा दी।