पूर्वी सिंहभूम के तत्वाधान में उराँव समाज उलीडीह(मानगो) द्वारा 8 जोड़ो का विवाह आदिवासी रीति रिवाज के अनुसार सरना स्थल संम्पन्न कराया गया।
जमशेदपुर। आदिवासी उराँव समाज, इस विवाह उत्सव में आर्थिक रूप से कमजोर होने के समाज के कुछ परिवार अपने बच्चो के विवाह करने में असक्षम थे जिस कारण उराँव समाज उलीडीह ने यह निर्णय लिया कि वैसे जरूरतमंद गरीब परिवार को समाज अपने स्तर पर विवाह करायेगा इस सामूहिक विवाह को आयोजित करने में समाज के महिलाओं का विशेष रुप से महत्वपूर्ण योगदान रहा सभी नवविवाहिता जोड़ो का आदिवासी परम्परा के अनुसार धूमधाम से विवाह संपन्न हुआ एव प्रीतिभोज का भी आयोजन हुआ।
उक्त कार्यक्रम में विशेष रुप से जिलाध्यक्ष राकेश उराँव,जुगल बरहा, शम्भू मुखी,सावना लकड़ा,रामू तिर्की, गंगाराम तिर्की, बिन्दु पाहन, सोमा कोया उपस्थित दर्ज कराते हुए सामूहिक विवाह को सफल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
जबकि वैवाहिक नियम को सम्पन्न कराने में लक्खी टोप्पो,गीता कुजूर,कुनी खालखो,रमिया बरहा, लक्ष्मी टोप्पो,सरस्वती कुजूर, कौशल्या किस्पोट्टा, किरन मिंज,लक्ष्मी मिंज,पीटू मिंज ने योगदान दिया।
वैवाहिक कार्यक्रम को सफल बनाने में मुख्य रूप से गोपाल टोप्पो,लक्ष्मी टोप्पो, गीता टोप्पो,कृष्णा किस्पोट्टा, जगना लकड़ा,अमन टोप्पो,मंगल खालखो,अजय कुजूर, अजय कुंकल,सूरज किस्पोट्टा ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।