सरयू राय ने हमेशा ही चुनौतियों को स्वीकार है : हेमंत सोरेन
जमशेदपुर। विधायक सरयू राय ने हमेशा ही चुनौतियों को स्वीकारा है और उसपर खरा भी उतरा है। वे हमेशा ही सच्चाई के रास्ते पर चले हैं और गलत को गलत कहने से कभी नहीं हिचकते। आज देश में इनके जैसे लोगों के कारण ही ‘सत्यमेव जयते’ जैसा शब्द जीवित है और लोकतंत्र की परिभाषा मजबूत हुई है। झारखंड के मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन आज रांची प्रोजेक्ट बिल्डिंग के द्वितीय तल स्थित सभागार में आयोजित विधायक सरयू राय राय की जीवनी पर लिखी पुस्तक ‘द पीपुल्स लीडरr’ के विमोचन के अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने आगे कहा कि श्री सरयू राय किसी परिचय के मोहताज नहीं है। विधानसभा में उनकी उपस्थिति, उनका सुझाव, उनके द्वारा पूछे जाने वाले सवाल और उनकी सक्रिय भूमिका से मैं व्यक्तिगत रूप से काफी प्रभावित हूँ। उनके व्यक्तित्व से काफी लोग प्रभावित होते हैं और उनके बारे में सकारात्मक चर्चाएं करते हैं। सरकार में रहकर और विपक्ष में बैठकर कार्य करने का इन्हें लंबा अनुभव प्राप्त है। ये समय-समय पर विभिन्न विषयों पर लेख लिखते हैं और मार्गदर्शन करते हैं। इनके मार्गदर्शन से कई कमियों को दूर किया जा सकता है। वास्तव में ही सरयू राय को द पीपुल्स लीडर ‘ के रूप में देखा जा सकता है। मुख्यमंत्री श्री सोरेन ने पुस्तक के विमोचन की शुभकामनाएं दी।
पुस्तक दो पीपुल्स लीडर को श्री विवेकानंद झा ने लिखा है और इसका प्रकाशन प्रभात प्रकाशन ने की है। यह पुस्तक विधायक सरयू राय की जीवनी पर लिखी गयी है जिसमें उनके जीवन के शुरुआती दौर से लेकर अपने विधानसभा जमशेदपुर पश्चिम को छोड़कर तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास के विधानसभा क्षेत्र जमशेदपुर पूर्वी से निर्दलीय चुनाव लड़ना और मुख्यमंत्री को हरा देने तक का अंग्रजी में विस्तृत विवरण है।
पुस्तक विमोचन कार्यक्रम की अध्यक्षता विधानसभा अध्यक्ष श्री रबिन्द्र नाथ महतो कर रहे थे। उन्होंने अपने अध्यक्षीय संबोधन में कहा कि उनका श्री सरयू राय से विगत 15 वर्षों का संबंध है। सरयू राय ने कभी गलत के साथ समझौता नहीं किया। वे हमेशा अच्छे काम करने का प्रयास करते हैं। विपरीत परिस्थिति में उनका सुझाव लेकर विधानसभा में सभी लोग लाभान्वित होते हैं। उन्हें उचित सम्मान प्राप्त होना चाहिए। अच्छे कार्यों की प्रशंसा करने से उन्हें और प्रोत्साहन मिलेगा। उन्होंने कहा कि सबका कर्तव्य बनता है कि सरयू राय को सम्मान दें।
युगांतर भारती के कार्यकारी अध्यक्ष श्री अंशुल शरण ने पश्चिम बंगाल सरकार के वित्तीय सलाहकार और पूर्व वित्त मंत्री डॉ अमित मित्रा द्वारा पुस्तक विमोचन के अवसर पर अपना एक संदेश भेजा था उसे मंच पर पढ़कर सुनाया।
कार्यक्रम का धन्यवाद ज्ञापन विधायक श्री सरयू राय ने किया। उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का आभार प्रकट किया कि उन्होंने इतना कम समय के पूर्व सूचना से ही अपने व्यस्तम समय मे से कार्यक्रम में शामिल होने की स्वीकृती दी। उन्होंने कार्यक्रम में शामिल होने के लिये विधानसभा अध्यक्ष का भी आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि विधानसभा में सवाल का सरकार के तरफ से संतोष जनक जवाब नहीं मिलने पर अध्यक्ष को इसबारे में कहने पर वे व्यक्तिगत तौर पर रुचि लेते हैं और सहयोग करते हैं। उन्होंने पुस्तक के लेखक विवेकानंद झा को धन्यवाद दिया और उनके बारे में बताया कि किस तरह शुरू में जब विवेकानंद झा उनसे मिलकर उनकी जीवनी पर पुस्तक लिखने की इच्छा जताई थी तो उन्होंने मना कर दिया था और कहा था कि पहले आप पता कर लीजये की आपकी पुस्तक को कोई प्रकाशन करेगा या नहीं। लेकिन उन्होंने नहीं माना और पुस्तक लिखना शुरू कर दिया और जाने माने प्रतिष्ठित प्रकाशक प्रभात प्रकाशन ने इस पुस्तक का प्रकाशन भी कर दिया। इसके लिये उन्होंने प्रभात प्रकाशन के निदेशक श्री पीयूष कुमार को धन्यवाद दिया।
पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में स्वागत भाषण प्रभात प्रकाशन के निदेशक पीयूष कुमार, विषय प्रवेश पुस्तक के लेखक विवेकानंद झा ने किया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से पूर्व सांसद सुबोधकांत सहाय, पूर्व विधायक राधा कृष्ण किशोर, झारखंड के मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का, वरीय सचिव विनय चौबे, सचिव अजय कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह, एसएनएसआईबीएम के निदेशक एन पी सिंह, युगांतर भारती के कोषाध्यक्ष अशोक गोयल, समाज सेवी धर्मेंद्र तिवारी सहित कई गणमान्य लोग मौजूद थे।