पुरस्कृत शॉर्ट फिल्म टेलिंग पॉन्ड में जादूगोड़ा के लोगों की सच्ची कहानी
जमशेदपुर। मूविंग शॉर्ट फिल्म टेलिंग पॉन्ड दिखाती है कि कैसे झारखंड के जादूगोड़ा में आदिवासी परिवार पुरानी बीमारियों से पीड़ित हैं। उनके दुःख का एकमात्र कारण यूरेनियम विकिरण है। 20 मिनट की इस शॉर्ट फिल्म में दर्शकों को भोले-भाले आदिवासी लोगों पर यूरेनियम विषाक्तता के भयानक प्रभावों के बारे में संक्षेप में बताया गया है। फिल्म को बनाने में पाँच साल की कड़ी मेहनत और 160 घंटे से ज्यादा की शूटिंग लगी। हालाँकि, एक शॉर्ट फिल्म बनाना जादूगोड़ा के लोगों की पीड़ा को उजागर करने के लिये काफी नहीं है, इसलिये निर्देशक ने घोषणा की है कि वे छह-एपिसोड की डॉक्यूसीरीज बनाएंगे, जो 2022 में प्रसारित होगी। यह डॉक्यूमेंट्री इस मुद्दे की गहराई तक जायेगी। पुरस्कार प्राप्त करने वाली यह शॉर्ट फिल्म, ‘टेलिंग पॉन्ड’ को कंटेम्पररी डायरेक्टर सौरभ विष्णु ने निर्देशित किया है। 20 नवंबर, शनिवार को एक्सक्लूसिव रूप से शॉर्ट टीवी नेटवर्क पर इसका वर्ल्डवाइड टीवी प्रीमियर किया जायेगा। 8 बजे रात में शॉर्ट्स टीवी पर यह टाटा स्काई (चैनल 113), डिश टीवी और डी2एच (चैनल 135) और एयरटेल डिजिटल टीवी (चैनल 259) के माध्यम से उपलब्ध होगा। इसके साथ ही शॉर्ट्सटीवी एयरटेल एक्सट्रीम और अमेज़न प्राइम वीडियो चैनल्स पर उपलब्ध होगा। इस संबंध में शॉर्ट फिल्म टेलिंग पॉन्ड के निर्देशक सौरभ विष्णु ने कहा कि झारखंड का होने की वजह से मैंने खुद जादूगोड़ा के लोगों की सच्ची कहानी सामने लाने का बीड़ा उठाया। मुझे बेहद खुशी है कि जादूगोड़ा के लोगों ने मुझ पर भरोसा किया और उनकी जिंदगी में कैमरे के साथ दाखिल होने की इजाजत दी, ताकि मैं उनकी कहानी बनाकर और पूरी दुनिया को उसे दिखा सकूँ। हम शॉर्ट्सटीवी के आभारी हैं कि उन्होंने इस फिल्म को दिखाने के लिये वैश्विक मंच प्रदान किया। साथ ही इस नेक काम के लिये अपनी आवाज देने पर सिंथिया निक्सन का। हमारा मकसद है कि लोग इस बारे में बात करें, इससे जादूगोरा को लेकर भारत की नीतियों में बदलाव होग। हम काफी उत्साहित हैं कि अब भारत तथा दुनिया के दर्शकों को यह महत्वपूर्ण फिल्म देखने का मौका मिलेगा।