दुर्गा पूजा में भोग ना बने और श्रद्धालु ना खाएं यह कभी बर्दाश्त नहीं होगा : अभय सिंह
काशीडीह दुर्गा मंदिर प्रांगण में शहर के प्रमुख पूजा पंडालों की बैठक हुई। अध्यक्षता ठाकुर प्यारा सिंह धीरेंद्र सिंह क्लब के संग रक्षक वरिष्ठ भाजपा नेता अभय सिंह ने की। बैठक में प्रमुख रूप से यह बताया गया झारखंड के सरकार में जो भी गाइडलाइन के तहत दुर्गा पूजा मनाने के लिए निर्देश जारी किया या नोटिफिकेशन जारी किया उसे हम पालन करते हैं। अभय सिंह ने कहा कि भोग ना बने और न खिलाए यह पाबंदी को हम विरोध करते हैं। यह लोक आस्था के साथ खिलवाड़ है जिसे हम बर्दाश्त नहीं करेंगे।
इस मुद्दे पर सहानुभूति पूर्वक सरकार को इसे विचार करने की आवश्यकता है।।
अगर प्रशासन व सरकार नही मानती है तो यह जन भावनाओ के साथ खिलवाड़ है तो हम उसका विरोध करेंगे।
लोकतांत्रिक व्यवस्था के तहत हमबिरोध करेंगे।
कोरोनावायरस की महामारी से हम भी लड़ना चाहते हैं। चाहते हैं मानव सभ्यता के प्रति हम भी सजग हैं लेकिन यह सरकार हम सबों को प्रताड़ित करना चाहती है जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
सारे पूजा पंडाल के लोगों ने एक स्वर में कहा कि भोग बनेगा भोग बटेगा और सभी लोग भोग खाएंगे भी।।जहां तक 18 वर्ष के बच्चे की बात है तो सभी लोग इसमें सजग रहे परिवार भी सजग रहे कोरोना से भी हमे भी लड़ना है और साथ ही नवरात्र पूजा ही मनाना है जहां तक 25 संख्या कार्यकरतो की बात है पूजा पंडाल में रखने का है उसे बढ़ाई जाये ?
इस बैठक में ठाकुर प्यारा सिंह धुरंधर सिंह क्लब के संरक्षक अभय सिंह, जयराम स्पोर्टिंग क्लब के अरविंद सिंह, सिदगोड़ा पूजा समिति के चंद्रगुप्त सिंह,हरिजन बस्ती के हरी मुखी नवल किशोर पासवान, सबूज संघ टेल्को ,मानगो पूजा समिति, सोनारी दुर्गा समिति, कदमा पूजा समिति ,परसुडीह पूजा समिति, बिरसानगर पूजा के समिति, वर्मामाईन्स पूजा समिति , गोविंदपुर पूजा समिति खास महल पूजा समिति parsudih पूजा समिति, आदित्यपुर पूजा समिति,प्रमुख पंडाल बिष्टुपुर के प्रमुख पंडाल, थक्करबापा क्लब धातकीडीह , पंडाल, टेल्को के प्रमुख पंडालों के सारे प्रतिनिधि शामिल थे 170 पूजा समिति के लोग उपस्थित हुए। समय अभाव रहने के कारण भी हम इसमे सफल हुये अधिक लोंगो तक पहुंचने में सफल हुए। बाकी पूजा समिति बर्षा होने के कारण नही आए पर दूरभाष में इस प्रस्ताव को पारित किया और साथ में एकमत होकर एक मजबूत संगठन दुर्गा पूजा रामनवमी का बने इस पर भी बल दिया गया।