एक्सिस बैंक के बरगंडी प्राइवेट और हुरुन इंडिया ने जारी किया ‘भारत में 500 सबसे मूल्यवान निजी कंपनियों’ की सूची का तीसरा संस्करण
जमशेदपुर । बरगंडी प्राइवेट हुरुन इंडिया 500 में भारत की सबसे मूल्यवान कंपनियों का संचयी मूल्य 2.8 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर (231 लाख करोड़ रुपये) है जो सऊदी अरब, स्विट्जरलैंड और सिंगापुर के संयुक्त जीडीपी से अधिक है।
2023 बरगंडी प्राइवेट हुरुन इंडिया 500 के लिए अर्हता प्राप्त करने की सीमा 6,700 करोड़ रुपये है, जो पिछले साल के स्तर 5,947 करोड़ रुपये से 13% अधिक है।
बिग 3 में 15.6 लाख करोड़ रुपये के मूल्य के साथ, रिलायंस इंडस्ट्रीज भारत की सबसे मूल्यवान कंपनी है, इसके बाद 12.4 लाख करोड़ रुपये के साथ टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और 11.3 लाख करोड़ रुपये के साथ एचडीएफसी बैंक का स्थान है।
बरगंडी प्राइवेट हुरुन इंडिया 500 में लगातार तीसरे साल रिलायंस इंडस्ट्रीज शीर्ष स्थान पर बनी हुई है। 15,64,663 करोड़ रुपये के मूल्य के साथ, रिलायंस इंडस्ट्रीज का मूल्य टीसीएस से कम से कम 3 लाख करोड़ रुपये अधिक है। 2023 बरगंडी प्राइवेट हुरुन इंडिया 500 में नंबर 2 पर है।
एचडीएफसी लिमिटेड के एचडीएफसी बैंक के साथ विलय से एचडीएफसी बैंक 10 लाख करोड़ रुपये के बाजार पूंजीकरण को पार करने वाली तीसरी भारतीय कंपनी बन गई।
एचसीएल टेक्नोलॉजीज और कोटक महिंद्रा बैंक ने बरगंडी प्राइवेट हुरुन इंडिया 500 के 2023 संस्करण में शीर्ष 10 की सूची में वापसी की है।
जियो फाइनेंशियल सर्विसेज ने रिलायंस इंडस्ट्रीज से अलग होने के बाद #28 की प्रभावशाली रैंक हासिल की है।
2023 बरगंडी प्राइवेट हुरुन इंडिया 500 कंपनियां 70 लाख लोगों को रोजगार देती हैं, जिसमें प्रति संगठन औसतन 15,211 कर्मचारी हैं।
2023 बरगंडी प्राइवेट हुरुन इंडिया 500 सूची में शामिल 437 कंपनियों के बोर्ड में महिलाओं का प्रतिनिधित्व है।
2023 बरगंडी प्राइवेट हुरुन इंडिया 500 में शामिल 179 कंपनियों का नेतृत्व पेशेवर सीईओ करते हैं।
2023 बरगंडी प्राइवेट हुरुन इंडिया 500 कंपनियों ने बिक्री में 13% वृद्धि दर्ज की, 952 अरब का संयुक्त बिक्री दर्ज की।
पिछले वर्ष की 310 कंपनियों की तुलना में 342 कंपनियों के मूल्य में वृद्धि देखी गई। इनमें से 18 कंपनियों का मूल्य पिछले एक साल के दौरान दोगुना हो गया। 3 कंपनियों के मूल्यांकन में 1 लाख करोड़ रुपये की बढ़ोतरी दर्ज हुई। प्रमुख कंपनियां एचडीएफसी बैंक, लार्सन एंड टुब्रो और आईटीसी रहीं।
2023 बरगंडी प्राइवेट हुरुन इंडिया 500 की के आधी से अधिक कंपनियों ने पिछले वर्ष की तुलना में 1000 करोड़ रुपये से अधिक की मूल्य वृद्धि दर्ज की, जिसमें से 75 कंपनियों ने 10,000 करोड़ रुपये से अधिक की मूल्य वृद्धि दर्ज की।
मेघा इंजीनियरिंग (150% वृद्धि), विनिर्माण सेवा स्टार्टअप ज़ेटवर्क (100% वृद्धि) और बेनेट कोलमैन (100% वृद्धि) ने 2023 बरगंडी प्राइवेट हुरुन इंडिया 500 में गैर-सूचीबद्ध कंपनियों के बीच मूल्य वृद्धि (%) का नेतृत्व किया।
सुजलॉन एनर्जी, जिसने 436% की सालाना मूल्य वृद्धि दर्ज की, 2023 बरगंडी प्राइवेट हुरुन इंडिया 500 में सबसे तेजी से बढ़ने वाली (%) कंपनियों की सूची में प्रमुख स्थान पर रही, इसके बाद जिंदल स्टेनलेस और जेएसडब्ल्यू इंफ्रास्ट्रक्चर हैं जिन्होंने साल भर में क्रमशः लगभग 5 गुना और 4 गुना बढ़ोतरी दर्ज की।
2023 बरगंडी प्राइवेट हुरुन इंडिया 500 में प्रदर्शित 26% कंपनियां असूचीबद्ध हैं, जो पिछले साल की तुलना में 6% कम है।
कोविड-19 वैक्सीन निर्माता सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया का मूल्य 13% घटकर 1.9 लाख करोड़ रुपये हो गया; हालांकि यह भारत की सबसे मूल्यवान असूचीबद्ध कंपनी बनी हुई है।
इस सूची में शामिल 44% कंपनियां सेवाओं की बिक्री करती हैं; 56% कंपनियां भौतिक उत्पाद की।
66% कंपनियां उपभोक्ता-उन्मुख हैं, 34% बी2बी हैं।
61 नई कंपनियों ने 2023 बरगंडी प्राइवेट हुरुन इंडिया 500 में अपनी शुरुआत की। 16 नए प्रवेशकों के साथ औद्योगिक उत्पाद आगे रहे, इसके बाद 10 नए प्रवेशकों के साथ वित्तीय सेवाएं रहीं।
कुछ उल्लेखनीय सूचीबद्ध नए प्रवेशकों में आईनॉक्स विंड, आर.आर. केबल, वेलस्पन कॉर्प शामिल हैं और उल्लेखनीय असूचीबद्ध नए प्रवेशकों में इनक्रेड फाइनेंस और बेंगलुरु स्थित बूटस्ट्रैप्ड गेमिंग स्टार्टअप गेम्सक्राफ्ट शामिल हैं।
इस सूची में प्रवेश करने वाली नई कंपनियों का संचयी मूल्य 7.5 लाख करोड़ रुपये है।
2023 बरगंडी प्राइवेट हुरुन इंडिया 500 में भारत के 44 शहरों की कंपनियां शामिल हैं, जिनमें से सबसे अधिक कंपनियां मुंबई (156), बेंगलुरु (59) और नई दिल्ली (39) की हैं। शीर्ष तीन शहरों की 254 कंपनियां हैं – जबकि 2022 में यहां से 264 कंपनियां थी।
वित्तीय सेवाएं और स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र क्रमशः 76 और 58 कंपनियों के साथ इस समूह में सबसे आगे हैं, इसके बाद 38 कंपनियों के साथ उपभोक्ता वस्तु वाली कंपनियों का स्थान है।
सेवा उद्योग साल का सबसे बड़ा मूल्य निर्माता रहा। इन्फो एज (भारत) (#88 रैंक) के नेतृत्व में, जिसमें 4.5% की वृद्धि हुई। सेवा क्षेत्र की 2023 बरगंडी प्राइवेट हुरुन इंडिया 500 कंपनियों का संचयी मूल्य 235.1% बढ़ गया। श्रीराम ग्रुप की प्रमुख कंपनी श्रीराम फाइनेंस ने उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज करते हुए 65 पायदान चढ़कर 59वीं रैंक हासिल की है।
स्टार्टअप फंडिंग और मूल्यांकन में गिरावट जारी रही। सूची में बायजूज़, डीलशेयर और फार्मेसी के नेतृत्व में स्टार्टअप्स को संचयी रूप से 4 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ; जो इस साल सूची में जगह बनाने में असफल रही।
भारतीय स्टार्टअप के लिए सब कुछ निराशाजनक नहीं था – 2023 में, भारतीय एक्सचेंजों पर सूचीबद्ध 6 यूनिकॉर्न का संचयी मूल्य 62,837 करोड़ रुपये बढ़ गया, जो 2022 में 1,66,013 करोड़ रुपये के मूल्यांकन नुकसान की तुलना में उल्लेखनीय बढ़ोतरी है।
1.1 अरब डॉलर, इनक्रेड फाइनेंस 2023 बरगंडी प्राइवेट हुरुन इंडिया 500 में प्रवेश करने वाला भारत का सबसे नया यूनिकॉर्न है।
5,75,234 करोड़ रुपये का संचयी नुकसान दर्ज करते हुए, खुदरा क्षेत्र की 10 कंपनियां 2023 बरगंडी प्राइवेट हुरुन इंडिया 500 से बाहर हो गईं।
अदाणी समूह की आठ कंपनियों का कुल मूल्य 9.9 लाख करोड़ रुपये है और यह 500 शीर्ष कंपनियों के कुल मूल्य का 4.3% है। समीक्षा अवधि के दौरान अडानी ग्रुप की कंपनियों की वैल्यू 50% या 9,92,953 करोड़ रुपये घट गई। हालांकि, अडानी-हिंडनबर्ग मामले पर सर्वोच्च न्यायालय के फैसले (अडानी समूह के पक्ष में) के बाद से (जो समीक्षा अवधि से बाहर रहा) अडानी समूह ने 17 जनवरी 2024 को 4,72,636 करोड़ का मूल्य वापस पा लिया।
12 फरवरी, 2024: बरगंडी प्राइवेट, एक्सिस बैंक के प्राइवेट बैंकिंग बिजनेस और हुरुन इंडिया ने ‘2023 बरगंडी प्राइवेट हुरुन इंडिया 500’ लॉन्च किया, जो भारत की 500 सबसे मूल्यवान कंपनियों की सूची का तीसरा संस्करण है। इन कंपनियों को उनके मूल्य के अनुसार स्थान दिया गया है, जिसे सूचीबद्ध कंपनियों के लिए बाज़ार पूंजीकरण और गैर-सूचीबद्ध कंपनियों के लिए मूल्यांकन के रूप में परिभाषित किया गया है। इस सूची में कंपनियों को शामिल करने की अंतिम तिथि 30 अक्टूबर 2023 थी। यह सूची में केवल भारत में मुख्यालय वाली कंपनियों को शामिल किया गया है। इसमें सरकारी स्वामित्व वाली कंपनियां और विदेशी या भारतीय कंपनियों की सहायक कंपनियां शामिल नहीं हैं।
‘2023 बरगंडी प्राइवेट हुरुन इंडिया 500’ सूची में शामिल होने के लिए, कंपनियों के पास न्यूनतम 6,700 करोड़ रुपये का मूल्य होना आवश्यक है, जो 807 मिलियन अमेरिकी डॉलर के बराबर है। बरगंडी प्राइवेट हुरुन इंडिया 500 में कंपनियों की औसत परिचालन अवधि 38 साल है। 2023 बरगंडी प्राइवेट हुरुन इंडिया 500 कंपनियों का कुल मूल्य 231 लाख करोड़ रुपये (2.8 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर) है, जो 2021 में प्रकाशित उद्घाटन संस्करण की तुलना में सपाट रहता है। बीएसई सेंसेक्स और निफ्टी 50 दोनों में साल दर साल 7% की बढ़ोतरी हुई, जबकि एसएंडपी बीएसई 500 पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 9.5% ऊपर रहा।
इस सूची के लॉन्च पर अपनी टिप्पणी में, एक्सिस बैंक के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी, अमिताभ चौधरी ने कहा: “बरगंडी प्राइवेट को भारत की 500 सबसे अधिक मूल्यांकन वाली कंपनियों की सराहना के लिए हुरुन इंडिया के साथ फिर से साझेदारी करके खुशी हो रही है। रिपोर्ट का तीसरा संस्करण विकास की चुनौतीपूर्ण दुनिया में भारतीय व्यवसायों में निहित लचीलेपन, गतिशीलता और प्रतिस्पर्धी भावना को दर्शाता है। प्रतिकूल परिस्थितियों – जैसे कि राजकोषीय पुनर्गठन जारी रहना, उच्च घरेलू ब्याज दरें, तरलता की दिक्कतें, साथ ही निर्यात धीमा होना – के बावजूद भारत की आर्थिक वृद्धि प्रभावशाली रही है। भारतीय कंपनियां और उनका नेतृत्व आज देश की अद्वितीय स्थिति में उनके योगदान के लिए बहुत प्रशंसा के पात्र हैं। जैसे-जैसे भारत 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की ओर बढ़ रहा है, चाइना प्लस 1, एमएसएमई और ‘भारत’ जैसे उभरते रुझानों का लाभ उठाना महत्वपूर्ण होगा जो देश के लिए विकास के इंजन के रूप में काम करेंगे।
“’2023 बरगंडी प्राइवेट हुरुन इंडिया 500′ सूची में शामिल कंपनियों ने सामूहिक रूप से अपने हितधारकों के लिए 231 लाख करोड़ रुपये का मूल्य निर्माण है। भारत की अग्रणी धन प्रबंधन फ्रेंचाइजी के रूप में, बरगंडी प्राइवेट ने इस मूल्य सृजन की गवाह रही है। भारत की 500 कंपनियों ने राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दिया है, जो भारत की जीडीपी का 28% प्रतिनिधित्व करती है और देश के 1.3% कार्यबल को रोज़गार देती है। रिपोर्ट में उल्लेखनीय बात यह है कि सूची में 52 कंपनियां एक दशक से भी कम पुरानी हैं, जो अपनी उद्यमशीलता की भावना और डिजिटल नवोन्मेष के साथ अगले दशक को आकार देने का वादा करती हैं। 437 कंपनियों के बोर्ड में महिलाओं की उपस्थिति एक और सराहनीय विशेषता है जो विविधता और समावेशिता के प्रति प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है।
“एक्सिस बैंक में हम समय की चुनौतियों का सामना करने में सक्षम संस्थान बनाने के प्रति प्रतिबद्धत हैं। सिटीबैंक के भारतीय उपभोक्ता व्यवसाय का सफलतापूर्वक अधिग्रहण करने के बाद, बैंक ने भारतीय बैंकिंग क्षेत्र में अपने लिए एक अद्वितीय स्थान बनाया है। बैंक का धन प्रबंधन व्यवसाय, जो भारत में विशालतम व्यवसायों में से एक है और इसमें साल-दर-साल आधार पर 78% की वृद्धि हुई। बरगंडी प्राइवेट अब फोर्ब्स की 100 सबसे अमीर भारतीयों की सूची में से 35 को परामर्श प्रदान करती है। इसके अलावा, एक पूर्ण-सेवा बैंक के रूप में ‘वन एक्सिस’ प्रदान करने की हमारी क्षमता, सभी वित्तीय सेवाओं में विविध समाधान पेश करना विशिष्टता का एक प्रमुख क्षेत्र है। भारत के सबसे महत्वपूर्ण दशक में प्रवेश के साथ, हम 2023 बरगंडी प्राइवेट हुरुन इंडिया 500 सूची में कंपनियों के साथ साझेदारी करने के लिए तत्पर हैं, क्योंकि वे अपनी विकास यात्रा में अगली उपलब्धि हासिल करने की ओर बढ़ रहे हैं।
हुरुन इंडिया के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य शोधकर्ता अनस रहमान जुनैद ने कहा:
बरगंडी प्राइवेट हुरुन इंडिया 500 सिर्फ एक सूची नहीं है; यह भारत के आर्थिक पुनर्जागरण का एक ज्वलंत आख्यान है। अपने सामूहिक मूल्यांकन के साथ कुछ प्रमुख देशों के सकल घरेलू उत्पाद को पार करने के साथ, यह सूची भारत के वैश्विक आर्थिक महाशक्ति के रूप में उभरने का उदाहरण देती है। योग्यता सीमा में बढ़ोतरी, देश की बढ़ती वित्तीय मज़बूती को दर्शाता है। कंपनी के बोर्ड में महिलाओं का महत्वपूर्ण प्रतिनिधित्व और पेशेवर सीईओ का नेतृत्व प्रगतिशील, समावेशी कॉर्पोरेट संस्कृति को दर्शाता है। इसके अतिरिक्त, सूची का रोज़गार से जुड़ा प्रभाव, 70 लाख लोग को आजीविका प्रदान करना, एक महत्वपूर्ण सामाजिक-आर्थिक योगदान का संकेत देते हैं। उल्लेखनीय मूल्य वृद्धि दर्ज करने वाली कंपनियों की संख्या में वृद्धि भारतीय बाजार की जीवंत और लचीली प्रकृति का प्रमाण है। यह सूची केवल आंकड़ों के बारे में नहीं है बल्कि यह भारत के गतिशील आर्थिक परिदृश्य को प्रतिबिंबित करने वाला दर्पण है, जिसकी मुख्य विशेषता है, नवोन्मेष, विविधता और उत्कृष्टता की निरंतर खोज।”
उन्होंने कहा, “हुरुन इंडिया को “2023 बरगंडी प्राइवेट हुरुन इंडिया 500″ जारी करने के लिए एक्सिस बैंक के निजी बैंकिंग व्यवसाय, बरगंडी प्राइवेट के साथ साझेदारी करके खुशी हो रही है। यदि आप यह समझना चाहते हैं कि भारतीय अर्थव्यवस्था में वास्तव में क्या हो रहा है, तो भारत की सबसे अधिक मूल्यांकन वाली कंपनियों की ‘2023 बरगंडी प्राइवेट हुरुन इंडिया 500′ की सूची के पीछे की कहानियों को समझना ज़रूरी है।’
“2023 बरगंडी प्राइवेट हुरुन इंडिया 500 इतिहास और नवोन्मेष का एक उल्लेखनीय संयोजन प्रदर्शित करता है, जिसमें 235 साल पुरानी ईआईडी-पैरी से लेकर हाल ही में 2021 में स्थापित स्टार्टअप तक की कंपनियां शामिल हैं। 38 वर्ष की औसत परिचालन अवधि वाली कंपनियों की यह सूची भारत के बदलते आर्थिक परिदृश्य का प्रमाण है जिसमें अतीत का सम्मान करना, वर्तमान में फलना-फूलना और भविष्य के लिए निर्माण करना शामिल है। अतीत के ज्ञान और नए ज़माने की उद्यमिता का यह मिश्रण भारत की ताकत और लचीलेपन को प्रदर्शित करता है, जो इसे वैश्विक आर्थिक मंच पर एक मजबूत प्रतियोगी बनाता है।”
“2023 बरगंडी प्राइवेट हुरुन इंडिया 500 सूची न केवल मुंबई और बेंगलुरु जैसे प्रमुख शहरों के, बल्कि त्रिशूर, कोच्चि और सूरत जैसे शहरों के भी आर्थिक प्रभाव को दर्शाती है, जो महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। त्रिशूर, अपनी संस्कृति और वित्त के लिए जाना जाता है, कोच्चि, उभरती हुई तटीय अर्थव्यवस्था और हीरा पॉलिशिंग का वैश्विक केंद्र सूरत, इनमें से हर एक का भारत की आर्थिक कहानी में अपना अलग स्थान है। इस प्रतिष्ठित सूची में उनकी उपस्थिति भारत भर में आर्थिक विकास की विविध और व्यापक प्रकृति को उजागर करती है, यह दर्शाती है कि हर शहर, चाहे इसका आकार कुछ भी हो, वह देश की बढ़ती आर्थिक ताकत को बढ़ाता है।”
“2023 बरगंडी प्राइवेट हुरुन इंडिया 500 सूची सभी क्षेत्रों में भारतीय अर्थव्यवस्था के ठोस प्रदर्शन का प्रमाण है। औद्योगिक वस्तुओं से नए प्रवेशकों में वृद्धि भारत की बढ़ती विनिर्माण वृद्धि को दर्शाती है। भले ही स्टार्टअप को एक चुनौतीपूर्ण का सामना करना पड़ा, लेकिन प्रवेश का स्तर 13% बढ़कर 6,700 करोड़ रुपये हो गया। विकास की इस गति से, पांच साल में बरगंडी प्राइवेट हुरुन इंडिया 500 में प्रवेश के लिए कट-ऑफ 10,000 करोड़ रुपये के करीब हो सकता है। जैसे-जैसे फंडिंग की स्थिति में सुधार होता है, हम स्टार्टअप्स से अधिक मूल्य सृजन की उम्मीद करते हैं, विशेष रूप से उन क्षेत्रों में जो भविष्य पर ध्यान केंद्रित करते हैं, जैसे एआई, स्पेसटेक, ईवी आदि।”
“2023 बरगंडी प्राइवेट हुरुन इंडिया 500 कंपनियां, भारत के आर्थिक रूप से सबसे मजबूत व्यवसायों का प्रतिनिधित्व करती हैं। इसका कारण स्पष्ट है क्योंकि इन कंपनियों का कुल मूल्यांकन 2.8 ट्रिलियन डॉलर है, जो भारत की वर्तमान जीडीपी का लगभग 90% है, यानी वे भारत की अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं। इन 500 कंपनियों ने मिलकर 79 लाख करोड़ रुपये की बिक्री की और 70 लाख कर्मचारियों को रोज़गार दिया, जो स्विट्जरलैंड की कामकाजी आबादी से अधिक है।’
“‘2023 बरगंडी प्राइवेट हुरुन इंडिया 500′ भारत की विविध औद्योगिक शक्ति का एक ज्वलंत प्रदर्शन है। एचडीएफसी बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, एक्सिस बैंक आदि के नेतृत्व में वित्तीय सेवाएं अग्रणी हैं, और स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र एक मजबूत बना रही सन फार्मा और डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरीज़ जैसी कंपनियों के माध्यम से प्रदर्शित होने वाली यह सूची भारत के आर्थिक परिदृश्य की बहुमुखी प्रकृति को दर्शाती है। अन्य प्रमुख क्षेत्रों में उपभोक्ता वस्तुएं शामिल हैं, जिनमें आईटीसी और हिंदुस्तान यूनिलीवर जैसी कंपनियां शामिल हैं; सूचना प्रौद्योगिकी, जिसमें टीसीएस और इंफोसिस जैसी अग्रणी कंपनियां शामिल हैं; और ऑटोमोटिव, मारुति सुजुकी और टाटा मोटर्स जैसे प्रमुख खिलाड़ियों के साथ अपना शानदार प्रदर्शन कर रहा है। यह विविध औद्योगिक प्रतिनिधित्व न केवल भारत की आर्थिक लचीलापन और अनुकूलनशीलता को रेखांकित करता है, बल्कि विभिन्न क्षेत्रों में विकास को बढ़ावा देने की क्षमता को भी उजागर करता है, जो देश को वैश्विक आर्थिक मंच पर एक मज़बूत स्थिति की ओर ले जाता है।
“मूल्य शायद किसी कंपनी के प्रदर्शन को मापने का सबसे अच्छा तरीका है क्योंकि मूल्य न केवल किसी कंपनी के वर्तमान प्रदर्शन बल्कि उसकी भविष्य की क्षमता को भी ध्यान में रखता है। उदाहरण के लिए, यदि किसी कंपनी का मूल्य 30 अरब डॉलर है, तो इसका मतलब है कि निवेशकों का मानना है कि यह 10 साल के भीतर 30 अरब डॉलर का मुनाफ़ा देगी। नई जानकारी सामने आने पर यह बदल जाता है, जैसे युद्ध-संघर्ष आदि का प्रभाव, मुद्रास्फीति, सरकारी डेटा, नियम और सामान्य भावना।
“’2023 बरगंडी प्राइवेट हुरुन इंडिया 500’ भारत के बदलते व्यावसायिक परिदृश्य पर एक विस्तृत निगाह डालती है, जिसकी विशेषता में स्थापित और उभरते दोनों क्षेत्रों में प्रभावशाली विकास शामिल है। एचडीएफसी बैंक 2,92,319 करोड़ रुपये की वृद्धि के साथ मूल्य वृद्धि चार्ट में शीर्ष पर है, इसके बाद लार्सन एंड टुब्रो और आईटीसी हैं, जिन्होंने वित्तीय और उपभोक्ता उत्पाद क्षेत्रों में मज़बूत प्रदर्शन दिखाया है। प्रतिशत वृद्धि के मामले में, सुजलॉन एनर्जी 436% की उल्लेखनीय वृद्धि के साथ आगे है, जिसके बाद जिंदल स्टेनलेस 395% और जेएसडब्ल्यू इंफ्रास्ट्रक्चर 310% पर है, जो नवीकरणीय ऊर्जा और बुनियादी ढांचे के विकास में वृद्धि का संकेत देता है। उदाहरण के लिए, आईनॉक्स विंड, जो 2017 में दिवालिया होने की राह पर थी, उस कंपनी ने 450% की वृद्धि दर्ज की मूल्य और 2023 बरगंडी प्राइवेट हुरुन इंडिया 500 में स्थान बनाया।”
“यह भी उत्साहजनक है कि ज़ोमैटो, जिसने लगभग 40,000 करोड़ रुपये अर्जित किये, वह मूल्य के हिसाब से सबसे बड़े लाभार्थियों में से एक है, जो भविष्य में मूल्य निर्माण में भारतीय स्टार्टअप की भूमिका को रेखांकित करता है। भारतीय यूनिकॉर्न आईपीओ का प्रदर्शन, जिसमें 62,837 करोड़ रुपये की सामूहिक मूल्यांकन वृद्धि हुई है, प्रौद्योगिकी और ई-कॉमर्स क्षेत्रों में निवेशकों के उत्साह को दर्शाता है। हालांकि, समीक्षाधीन अवधि के दौरान पिछले वर्ष की तुलना में पेटीएम के शेयरों में 42% की वृद्धि हुई है, लेकिन हाल ही में आरबीआई के प्रतिबंध, 1 फरवरी 2024 के बाद से सिर्फ दो दिन में पेटीएम के मूल्य में 16,000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।
“फॉर्च्यून इंडिया 500 के विपरीत, जिसे बिक्री के आधार पर तैयार किया जाता है, ‘2023 बरगंडी प्राइवेट हुरुन इंडिया 500’ की मूल्य के आधार पर तैयार किया गया है। इसलिए, 2023 बरगंडी प्राइवेट हुरुन इंडिया 500 कंपनियों में फॉर्च्यून 500 इंडिया में शामिल 53% कंपनियां जगह नहीं बना पाई हैं। तीसरे संस्करण में 3एम इंडिया और ऑल कार्गो लॉजिस्टिक्स जैसी कंपनियां शामिल नहीं हैं, जिनकी आय अधिक थी लेकिन उन्होंने 6,700 करोड़ रुपये की सीमा को पार करने के लिए पर्याप्त मूल्य निर्माण नहीं किया। इसके अतिरिक्त, ‘2023 बरगंडी प्राइवेट हुरुन इंडिया 500′ में भारतीय स्टेट बैंक, तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम और अन्य जैसी सरकारी स्वामित्व वाली कंपनियां शामिल नहीं हैं।’
“हुरुन 1999 से अपनी सूचियों और अनुसंधान के ज़रिये उद्यमिता को बढ़ावा दे रही है। संपन्न लोगों और परोपकारी संगठनों की सूचियों के साथ शुरुआत करने के बाद, हुरुन अब यूनिकॉर्न की रैंकिंग भी करने लगी है और हाल ही में वैश्विक स्तर के साथ-साथ विभिन्न देशों और विशेष रूप से चीन और भारत की 500 सबसे मूल्यवान कंपनियों को शामिल किया है।
हुरुन इंडिया के प्रबंध निदेशक और मुख्य शोधकर्ता, अनस रहमान जुनैद का निष्कर्ष है, “इन कंपनियों की कहानियां, आधुनिक भारतीय अर्थव्यवस्था की कहानी को दर्शाती हैं।”