मोतियाबिंद ऑपरेशन या अन्य तरह के भी आंखों के ऑपरेशन के बाद 1 सप्ताह के अंदर आंखों का दोबारा (फ़ॉलोअप) जांच होना बहुत जरूरी : आनंद मार्ग
रघुवंशमणि सिंह
जमशेदपुर। आनंद मार्ग यूनिवर्सल रिलीफ टीम ग्लोबल एवं पूर्णिमा नेत्रालय के सहयोग से
गदरा आनंद मार्ग जागृति से 13 अप्रैल के चयनित चार मोतियाबिंद रोगियों का निशुल्क ऑपरेशन कर लेंस लगाया गया दवा एवं चश्मा देकर घर पहुंचा दिया गया
आनंद मार्ग यूनिवर्सल रिलीफ टीम ग्लोबल के कैंप ऑर्गनाइजर सुनील आनंद का कहना है कि पिछले काफी सालों के अनुभव के आधार पर एवं ऑपरेशन के बाद के सरकार के गाइडलाइन के आधार पर
जो लोग भी मोतियाबिंद कैंप के माध्यम से अपने आंखों का मोतियाबिंद या अन्य तरह का भीऑपरेशन करवाते हैं उनके ऑपरेशन के बाद अगर किसी तरह की समस्या है तो तुरंत हॉस्पिटल जाना जरूरी है और नहीं भी है तो एक सप्ताह के अंदर उनका आंख का जांच होना बहुत ही जरूरी है इसमें समाज के लोगों की भी सहयोग की जरूरत है बहुत सारे ऐसे बुजुर्ग जरूरतमंद लोग जोकि ऑपरेशन तो करवा लेते हैं परंतु दोबारा अपने आंखों का जांच नहीं कराते ,अगर आप किसी भी बुजुर्ग या अन्य किसी को काला चश्मा पहना हुआ देखते हैं तो उन्हें जरूर पूछें कि आप अपना आंख का ऑपरेशन करवाने के बाद (फॉलोअप) यानी 1 सप्ताह के अंदर अपना आंख का जांच करवाएं थे या नहीं अगर नहीं करवाते हैं तो उनको जिस जगह से ऑपरेशन करवाया गया है वहां पर जरूर भेजें, जो भी संस्था मोतियाबिंद ऑपरेशन के लिए कैंप लगाती है उनका भी नैतिक कर्तव्य बनता है उनके कैंप में चयनित लोगों के ऑपरेशन के बाद उनका 1 सप्ताह के अंदर जांच करवाना , खासकर देहातों में जो कैंप लगाया जाता है वहां के रोगियों को ऑपरेशन के बाद उनका जांच 1 सप्ताह के अंदर करवाना बहुत जरूरी है इससे एक स्वस्थ सुंदर समाज का निर्माण हो सकता है