28 राज्यों एवं 8 प्रदेशों में साहसिक यात्रा करने पर केरला पब्लिक विद्यालय के छात्र अधिराज बरुआ का अभिनंदन किया गया।
सेन्हा भाटाचार्य
केरला पब्लिक विद्यालय का एक छात्र अधिराज बरुआ अपने उद्यम से पहली बार साइकिल से लम्बी यात्रा पर निकल रहा है। जैसा कि वह साहसी है एवं अपने लक्ष्य पर ध्यान केन्द्रित करनेवाला विद्यार्थी है। अधिराज एक जोशीले यात्रा की ओर अग्रसर हो रहा है। अपने पिता के स्वप्न को साकार करने के लिए वह एक पसंदीदा साइकिल हीरो की तरह सम्पूर्ण भारत की यात्रा की शुरूआत कर रहा है। वह 28 राज्यों एवं 8 प्रदेशों में साहसिक यात्रा की ओर अग्रसर हो रहा है, जो “जहाँ चाह है वहाँ रह है” की कहावत को चरितार्थ करती है।वह लगभग 2200 कि०मी की दूरी को तय करेगा। प्रसिद्ध संस्थाएँ जैसे – YMCA, रोटरी क्लब ऑफ जमशेदपुर, लायन्स क्लब, भारत सेवाश्रम,एवं अन्य संस्थाएँ इसकी इस यात्रा में कई तरीकों से सहायता प्रदान कर रहे हैं। केरला पब्लिक स्कूल उसके आर्थिक जरूरतों को पूरा करने के लिए यथेष्ट धन – राशि की सहायता करेगा, जब वह इस साहसिक कार्य के लिए यात्रा प्रारंभ करेगा।
अधिराज ने केरला पब्लिक विद्यालय द्वारा 2016 में अपनी शिक्षा पूरी की। इस उत्तेजक यात्रा में उसका यह लक्ष्य है कि सबसे उच्च वाहन योग्य सड़क लद्दाख उलिंगा रोड पर साइकिल से यात्रा करे। यदि वह इस उँचाई को तय कर जाता है, तो पहला भारतीय और पहला मनुष्य होगा, जो 19300 फीट की उँचाई की सड़क को तय करेगा। इससे वह वर्ल्ड रिकॉर्ड भी स्थापित करेगा। यह सत्य है कि यह एक अदम्य साहस की गवाही है एवं अपने लक्ष्य तक पहुँचने की बेहिचक प्रतिबद्धता है। इस यात्रा में अधिराज बरूआ सम्पूर्ण राष्ट्र को राष्ट्रीय एकता एवं पर्यावरण संरक्षण का संदेश देना चाहते हैं।वे बाल – विवाह की निंदा करते हैं जो प्रथा ग्रामीण क्षेत्र प्रचलित है। अधिराज को इस यात्रा के दौरान ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता उत्पन्न करने का अवसर प्राप्त होता है।अधिराज एक अच्छा गायक है, उसकी यह इच्छा है कि उमलिंगा के शिखर सम्मेलन में चिह्नित कर एक साहसिक यात्रा का परिचय दे । एक अच्छे गायक, अधिराज हमारे महान राष्ट्र के सम्मान के प्रतीक के रूप में उमलिंगला दर्रे के शिखर पर राष्ट्रगान गाना चाहते हैं ।
अधिराज का आज केपीएस कदम में अभिनंदन किया गया। VI से XII के छात्र ने उनके साथ बातचीत की और साहसिक यात्रा पर उनके प्रश्नों का समाधान किया।
अधिराज ने अपने उद्यम की शुरुआत अकादमिक निदेशक, श्रीमती लक्ष्मी शरत, प्रधानाचार्य, श्रीमती शर्मिला मुखर्जी, प्रधानाध्यापिका, श्रीमती अलामेलु रविशंकर, समन्वयकों, शिक्षकों और छात्रों द्वारा मातृ संस्था केरला जनता कदमा को गौरवान्वित करते हैं बल्कि युवाओं की पूरी पीढ़ी को मानवीय सहनशक्ति की सीमाओं का पता लगाने के लिए प्रेरित करते हैं। शिक्षकों, कर्मचारियों और छात्रों की पूरी बिरादरी उनके अच्छे भाग्य और सुरक्षित यात्रा की कामना करती है।
विद्यालय के डायरेक्टर श्री शरत चंद्रन, एकेडेमिक डायरेक्टर श्रीमती लक्ष्मी शरत, प्रिंसिपल शर्मीला मुखर्जी, हेड मिस्ट्रेस श्रीमती अलमेलू रविशंकर एवं समस्त शिक्षक शिक्षिकाओं ने अधिराज के सफल भविष्य की कामना की है।