27 दिसम्बर तक मानगो गुरुद्वारा में मनाया जायेगा सफर-ए-शहादत
78 दिनों से चल रहे सहज पाठ का हुआ समापन
जमशेदपुर । चार साहेबजादे की शहीदी को समर्पित मानगो गुरुद्वारा साहिब में शहीदी सप्ताह (सफर-ए-शहादत) के दूसरे दिन बच्चों ने शाम के दीवान में गुरु ग्रंथ साहिब के प्रकाश से लेकर शाम के दीवान तक गुरुद्वारे का सारा कार्यभार ख़ुद सम्भाला साथ ही साथ 78 दिनों से लगातार चल रहे सहज पाठ का समापन शनिवार को गुरुद्वारा सिंह सभा मानगो में हुआ।
27 दिसम्बर तक चलने वाले सफर-ए-शहादत सप्ताह के दौरान सिख प्रचारक ज्ञानी गुरप्रताप सिंह व हजूरी रागी गगनदीप सिंह अपनी मधुरवाणी से कीर्तन द्वारा संगत को निहाल करेंगे।
कीर्तन दरबार कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुए मानगो गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी के प्रधान भगवान सिंह ने जमशेदपुर की समूह सिख संगत को आह्वान किया है कि वे सफर-ए-शहादत का हिस्सा बने और चार साहेबजादे की शहीदी को याद करें।
मानगो गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी के महासचिव जसवंत सिंह जस्सू ने बताया की कथावाचक ज्ञानी गुरप्रताप सिंह भी साहिबजादों की शहीदी कथा सुनाएंगे। उन्होंने कहा यदि संगत में से कोई कीर्तन करने को इच्छुक हो तो वह भी शब्द-कीर्तन कर सकता है।
सहज पाठ के बारे में ज्ञानी गुरप्रताप सिंह ने बताया की 78 दिनों से लगातार चल रहे सहज पाठ में संगत ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया और बहुत कुछ सीखा। उन्होंने कहा की उन्हें ख़ुशी है की संगत ने काफी सकारत्मक प्रतिक्रिया दी और इस तरह के और सहज पाठ आयोजित करने की इच्छा प्रकट की है। शहादत सप्ताह के दूसरे दिन बच्चों ने स्वयं शाम के रहरास के पाठ से लेकर शब्द कीर्तन संपादित करने की बागडोर ख़ुद सँभाली।