23 फरवरी को मानगो गांधी मैदान में होगा राइट टू पोर्टेस्ट के तहत जन सभा
जमशेदपुर। ऑल इंडिया माइनोरिटी सोशल वेलफेयर फ्रंट के केंद्रीय महासचिव बाबर खान ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि आज के भारत में ना मुसलमान सुरक्षित है ना उनके धार्मिक स्थल सुरक्षित है एक टारगेट के तहत उन्हें पूरी तरह से डैमेज करने का काम हो रहा है जो आने वाले भविष्य के लिए चिंता का विषय है।
आज लग भाग मस्जिदों को टारगेट बना कर तोड़ने की रणनीति पर काम हो रहा है वारशिप एक्ट 1991 को कुचल कर इस्लाम धर्म की भावनाओं को ललकारा जा रहा है इस्लाम धर्म के आस्थाओं से खिलवाड़ किया जा रहा है। लोग अपने धार्मिक स्थल को बचाने के लिए सड़क पर उतरते हैं उन्हें पुलिस बलवाई कहती है। उन्हें टारगेट बना कर जेल भेजो घरों में बोल्डजार चला कर संविधानिक अधिकारों से रोका जा रहा है।
जिस प्रकार गयानवापी मस्जिद में वरशिप एक्ट 1991 का उल्लंघन हुआ वहीं दूसरी ओर उत्तराखंड राज्य के हल्द्वानी में बलपूर्वक मस्जिद और मजार को तोड़ा गया धार्मिक स्थल बचने वालों पर जान बूझ कर जान लेवा हमला किया गया जिस से कई लोग जख्मी और शहीद हुए आखिर बलपूर्वक धार्मिक स्थल तोड़ने से पहले धार्मिक संगठन और धार्मिक गुरु को विश्वास में लेकर काम किया जाता तो ये घटना को रोका जा सकता था।
बाबर खान ने कहा भारत का मुस्लमान भारत के संविधान को मानता है लेकिन मुस्लिम विरोधी ताकतें भरता के संविधान को नहीं मानता है जिस कारण भरता के कई मस्जिदें,मदरसे,मजारें, कब्रस्तान,टारगेट में है।
अब भारत का हर एक मुसलमानों को सड़क पर आकर संविधानिक अधिकारों के तहेत संविधान को बचना होगा। क्यू कि जब मेरे भारत इंसाफ़ दम तोड़ने लगे तो विरोध प्रदर्शन आप का मौलिक अधिकार है।
आज भारत का सुप्रीम कोर्ट भी बेबस है कोर्ट के आदेश से पहले बोल्डोजर चलना, वरशिप एक्ट 1991 को कुचलते देखना। आस्था के नाम पर मस्जिद को तोड़ना इस बात का संदेश देता है की अब मेरे भारत में बाबा भीम राव अंबेडकर का संविधान नहीं चलेगा। अब राजनेता जो चाहे वही कानून होगा।
मुस्लिम धर्म गुरु को जेल भेजना शुरू की है जिस के विरोध मे ऑल इंडिया माइनोरिटी सोशल वेलफेयर फ्रंट 23 फरवरी 2024 को शाम 4 बजे से रात 10 बजे तक मानगो गांधी मैदान में सभा होगी जिस में कई धार्मिक गुरु उपस्थित होंगें।