22 जनवरी है ‘रामोत्सव’, झारखंड सरकार स्कूल-कॉलेजों में घोषित करे अवकाश, स्कूल अशोसिएसन भी करे स्वतः पहल : अंकित
श्री अयोध्या धाम में श्री रामलला के नवीन विग्रह की प्राण-प्रतिष्ठा संपूर्ण राष्ट्र के लिए ‘राष्ट्रीय उत्सव’ है। शताब्दियों की प्रतीक्षा के पश्चात यह शुभ बेला आई है। इस उपलक्ष्य में देशभर में जश्न और रामलला के स्वागत की तैयारियां ज़ोरों पर है. लोग घरों और निकटतम मंदिरों, धार्मिक स्थलों को दिव्य स्वरूप में सजाने में जुटे हैं. इस ऐतिहाासिक दिन को “राम उत्सव” की संज्ञा देते हुए जमशेदपुर महानगर भाजपा के पूर्व जिला प्रवक्ता अंकित आनंद ने झारखंड सरकार से शैक्षणिक संस्थानों में अविलंब अवकाश घोषित करने की माँग की है. इस आशय में भाजपा नेता ने मंगलवार शाम को झारखंड सरकार को टैग करते हुए एक ट्वीट भी किया है. कहा कि इतिहास साक्षी है कि जब प्रभु वनवास के उपरांत अयोध्या वापस लौटे थें तो समूचे नगर में दीपोत्सव मनाई गई थी. इसबार 500 वर्षों के उपरांत श्रीरामलला अयोध्या में विराजने के लिए आ रहे हैं. हमारी यह पीढ़ी अत्यंत भाग्यशाली है कि हम ऐसा होते देख पायेंगे. भाजपा नेता ने झारखंड सरकार और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर इस आशय में शीघ्र निर्णय लेने की माँग उठाई है. अंकित आनंद ने तर्क दिया कि भारतीय संविधान के अनुच्छेद 25 से 28 प्रत्येक भारतीय नागरिक को धार्मिक स्वतंत्रता देती है. ऐसे में यह श्रेयस्कर होगा कि सनातन धार्मिक मान्यता वाले छात्र- छात्राओं की धार्मिक भावना का आदर करते हुए सभी कोटि के शैक्षणिक संस्थानों के लिए विशेष तौर पर अवकाश घोषित की जाये. भाजपा नेता अंकित आनंद ने कहा कि श्रीरामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा का जो शुभ मुहूर्त निर्धारित है वह समय 22 जनवरी 2024 को 12 बजकर 29 मिनट 8 सेकंड से 12 बजकर 30 मिनट 32 सेकंड तक होगा। फिलहाल सूचना है राज्य के अधिकांश स्कूल कॉलेज इस दौरान खुले रहेंगे. ऐसे में स्कूली छात्र सहित बड़े तादाद में शिक्षक, सह कर्मी एवं अभिभावक शुभ मुहूर्त में विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा का सीधा देखने से वंचित रह जायेंगे. इस शुभ अवसर पर आगामी 22 जनवरी को उत्तर प्रदेश शासन ने सभी शिक्षण संस्थानों में अवकाश घोषित करने के निर्देश दिए हैं। उसी दिशा में पहल करते हुए झारखंड सरकार से भी अपील है कि हिंदू जनभावनाओं का सम्मान करते हुए सभी कोटि के शैक्षणिक संस्थानाओं के लिए अवकाश घोषित की जाये. वहीं जमशेदपुर के निजी स्कूल संचालको और स्कूली संगठनों से भी इस दिशा में स्वतः संज्ञान लेकर स्वप्रेरणा से अवकाश घोषित करने की अपील भाजपा नेता अंकित आनंद ने किया है।