1991 मे पुरी के शंकराचार्य के शिष्यों द्वारा निर्मित प्रभु जगन्नाथ जी की मूर्ति का विहिप जमशेदपुर द्वारा सोनारी दुमहानी मे विसर्जन
जमशेदपुर। विश्व हिन्दू परिषद जमशेदपुर महानगर की ओर से श्री जगन्नाथ, बलभद्र एवं सुभद्रा जी के खंडित मूर्ति का विसर्जन सोनारी दोमुहानी नदी में किया गया। यह मुर्ति पुरी के शंकराचार्य जी के शिष्यों द्वारा निर्माण कर 1991 में केन्द्रीय विश्व हिंदू परिषद के द्वारा निर्धारित जगन्नाथ रथ यात्रा कार्यक्रम के तहत बनाया गया था, उस समय के बिहार राज्य में यह रथ यात्रा बहरागोड़ा चितेश्वर मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा कर पुरे बिहार में संगठन के द्वारा भ्रमण कराया गया था, जो कि बिहार के भभुआ में समापन किया गया था। करीब 5500 किलोमीटर का यह यात्रा तय हुआ था। इस यात्रा का संचालन बिहार प्रदेश सहमंत्री स्व• बीरेन्द्र गुप्ता कर रहे थे। उनके साथ कई साधु संत उस रथ के साथ में थे। इस कार्यक्रम में प्रदेश प्रमुख मंदिर अर्चक पुरोहित देवेन्द्र गुप्ता, विभाग सेवा प्रमुख श्री अरूण सिंह, विभाग सेवा सह प्रमुख श्री दीपक वर्मा, महानगर से सेवा प्रमुख श्री जीतेन्द्र प्रमाणिक, मंत्री श्री च॔द्रिका भगत, धर्म यात्रा महासंघ श्री हर्ष यादव, धर्म प्रसार सह प्रमुख महानगर श्री विवेक सिंह, विशाल यादव बजरंग दल, आदित्य वर्मा सोनारी उपाध्यक्ष, भीम अग्रवाल अध्यक्ष गोविंदपुर, अमित सिंह बिरसानगर, देवव्रत जी बिरसानगर, शेखर कुमार गोविंदपुर, राजेश यादव गोविंदपुर और सैकड़ों कार्यकर्त्ता विश्व हिंदु परिषद के ओर से उपस्थित हुए।