1971 के युद्ध वीर रहे नायब सूबेदार विश्वनाथ पांडे पंचतत्व में विलीन
भारतीय थल सेना से सेवानिवृत एवं 1971 युद्ध के नायक रहे नायब सूबेदार विश्वनाथ पांडे का कल दोपहर 2:00 बजे उनके आवास पर निधन हो गया। वे लगभग 80 वर्ष के थे एवं लंबे समय से बीमार चल रहे थे। परिवार से खबर मिलते ही पूर्व सैनिक सेवा परिषद पूर्वी सिंहभूम के नेतृत्व में उनका आज सैनिक सम्मान के साथ भुइयांडीह स्थित स्वररेखा घाट में अंतिम संस्कार किया गया। टाटा मोटर के मर्चरी से उनका पार्थिव शरीर उनके आवास आया। जहां पैतृक रीति रिवाज से पूजा पाठ के बाद उनका पार्थिव शरीर खड़ंगाझार मार्केट से होते हुए नीलडीह गोलमुरी एग्रीको होते हुए भुइयांडीह श्मशान घाट पहुंचा। पुलिस प्रशासन की तरफ से पीसीआर वाहन ने पुरी यात्रा की अगुवाई/ एस्कॉट की। जिसमें टेल्को गोलमुरी एवं सीताराम डेरा थाना का सहयोग मिला। स्थानीय यूनिट 220 फील्ड रेजीमेंट के कमांडिंग ऑफिसर के प्रतिनिधि के रूप में सूबेदार फतेह बहादुर ने रीथ चढ़ाया। जबकि राज्य सैनिक निदेशालय के निदेशक ब्रिगेडियर निरंजन कुमार एवं जिला सैनिक बोर्ड चाईबासा के कल्याण पदाधिकारी कर्नल किशोर सिंह के प्रतिनिधि के रूप में क्रमशः पेटी ऑफिसर सुशील कुमार सिंह बरुन कुमार एवं वारंट ऑफिसर बुद्ध बहादुर सार्जेंट अशोक श्रीवास्तव हवलदार शिव कुमार उर्फ भोला सिंह हवलदार प्रकाश लाल सार्जेंट जितेंद्र कुमार ने संयुक्त रूप से रीथ चढ़ाया। शहर में सैनिक वीरों शहीद परिवार एवं वीर नारियों का सम्मान करना ही संगठन की पहली प्राथमिकता है। शहर के पूर्व सैनिकों ने नायब सूबेदार विश्वनाथ पांडे की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।