1 महीने के शिशु का 40% फेंफड़ा न्यूमोनिया से था संक्रमित, कुणाल षाड़ंगी के आग्रह पर डॉ. अभिषेक ने किया उपचार, माँ ने बच्चे का नाम रखा ‘कुणाल’
जमशेदपुर। परसुडीह निवासी कुंजलता के लिए कुणाल षाड़ंगी और शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. अभिषेक ईश्वर से कम नहीं है। वे इन दोनों का आभार जताते नहीं थक रही है। उनका 1 माह का बच्चा अब पूरी तरह से स्वस्थ्य है और अब अस्पताल से छुट्टी मिल गई है। पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी की ओर से मिले उल्लेखनीय सहयोग के लिए कृतज्ञता जताते हुए कुंजलता और कृष्णा ने अपने 1 माह के बच्चे का नाम ‘कुणाल’ रखा है। बच्चे का नामकरण कुणाल षाड़ंगी के कार्यों से प्रभावित होकर किया गया है। बच्चे की माँ ने बताया कि उनके बच्चे का नाम कुणाल लोहार रखा है।
मालूम हो कि एक माह के बच्चे को न्यूमोनिया थी। उनके 40 फ़ीसदी फेंफड़ों में संक्रमण थी। एक शिशु के लिए यह बेहद ही गंभीर अवस्था होती है। बच्चे के पिता कृष्णा लोहार परसुडीह मंडल भाजपा के किसान मोर्चा से जुड़े हैं। स्थानीय जिला परिषद सदस्य सुदीप्तो डे राणा ने इस आशय में मदद के लिए पाँच दिन पूर्व कुणाल षाड़ंगी से आग्रह किया था। कुणाल षाड़ंगी के निर्देश पर उनकी संस्था नाम्या फाउंडेशन की सदस्य निधि केडिया एवं अन्य ने बच्चे को शहर के प्रख्यात शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. अभिषेक की क्लिनिक डॉक्टर अभिषेक चाइल्ड केअर एंड मैटरनिटी हॉस्पिटल में एडमिट कराया। पाँच दिनों के उपचार के बाद शिशु ‘कुणाल’ अब स्वस्थ्य है, और डॉक्टरों के परामर्श के बाद अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया है। बच्चे को देखने पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी भी अस्पताल पहुंचें और उसे स्वस्थ्य देखकर ख़ुश हुए। इस दौरान बच्चे की माँ कुंजलता और पिता कृष्णा लोहार ने बताया कि उन लोगों में आपसी सहमति से बच्चे का नामकरण ‘कुणाल’ किया है। इसपर कृतज्ञ भाव से अभिवादन करते हुए कुणाल षाड़ंगी ने कहा कि हर व्यक्ति को परोपकार की भावना से यथा संभव दूसरों की मदद के लिए आगे आना चाहिए। नर सेवा ही नारायण की सेवा है। इस स्वास्थ्य अभियान ने उल्लेखनीय योगदान के लिए कुणाल षाड़ंगी ने डॉ. अभिषेक कुमार और अपनी संस्था नाम्या फाउंडेशन के सहयोगी सदस्यों का भी आभार जताया।