हिन्दी विभाग की छात्राओं ने प्रेमचंद की लिखित कहानी ‘बूढ़ी काकी’ का नाट्य रूपांतर किया प्रस्तुत
द ग्रैजुएट स्कूल कॉलेज फॉर विमेन के हिन्दी विभाग में मनायी गई मुंशी प्रेमचंद जयंती
जमशेदपुर: शनिवार को द ग्रैजुएट स्कूल कॉलेज फॉर विमेन के हिन्दी विभाग में मुंशी प्रेमचंद जयंती मनायी गई। कार्यक्रम का आरम्भ प्रेमचंद के चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पण से हुआ। महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ मुकुल खण्डेलवाल ने अपने भाषण में प्रेमचंद के जीवन और साहित्य पर संक्षेप में चर्चा करते हुए ‘कफन’ कहानी पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि प्रेमचंद ने अपनी क्षमता से हिन्दी साहित्य को एक नई दिशा दी।
उनके कहानियों और उपन्यासों में समस्त भारत दिखाई पड़ता है।शिक्षक प्रो राकेश पाण्डे ने विषय प्रवेश किया। इस अवसर पर हिन्दी विभाग की छात्राओं ने प्रेमचंद की लिखित कहानी ‘बूढ़ी काकी’ का नाट्य रूपांतर प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर हिन्दी विभागाध्यक्ष डॉ भारती कुमारी, डॉरिस दास, डॉ मुकुल भेंगराज, डॉ सुशीला हँसदा, डॉ संगीता बिरुवा, राकेश कुमार पांडेय, दीपिका कुजूर, जया शर्मा समेत अन्य उपस्थित थी। नाटक प्रस्तुति छात्राओं श्वेता झा, नीतू, नाजरीन, मीनू, श्वेता कुमारी, अंजलि, सुनीता, रूपा आदि की सराहनीय भूमिका रही।
इस अवसर पर छात्राएँ भारी संख्या में उपस्थित थीं। मंच संचालन दीपिका गगराई ने किया। धन्यवाद ज्ञापन श्वेता झा ने दिया।