हस्तकला महिलाओं के लिए सुनहरा रोजगार
प्रेरणा बुड़ाकोटी नई दिल्ली
स्त्री शक्ति संगठन द्वारा आयोजित अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष में आयोजित कार्यक्रम के सातवें दिन हस्तकला विषय पर एक भव्य कार्यक्रम संपूर्ण हुआ। इस कार्यक्रम में श्रीमती राज ख्यालिया चित्रकला उद्योग, ममता शर्मा वस्त्र छपाई उद्योग और ललिता रेजा वस्त्र उद्योग से उपस्थित रही। कार्यक्रम का शुभागमन स्त्री शक्ति संगठन की मुख्य अध्यक्ष ममता शर्मा द्वारा किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत पत्रकार प्रेरणा बुड़ाकोटी तथा मनसंचालिक मी का डॉक्टर कंचन मखीजा ने बहुत ही सुंदर तरीके से निभाई। कार्यक्रम में संगठन के अन्य सदस्यों और बहनों ने अपना योगदान दिया। इस कार्यक्रम के विषय हस्तकला उद्योग में सभी चर्चा भी चर्चा की उपस्थिति में मुख्य अतिथियों ने अपने विचारों को प्रस्तुत करते हुए कहा, हस्तशिल्प में कलात्मक अभिव्यक्तियों की एक समृद्ध ताने-बाने को शामिल किया गया है, जिसमें पेंटिंग, प्रिंटिंग, कढ़ाई, बुनाई और कला और शिल्प के विभिन्न रूप शामिल हैं। शिल्प कौशल का यह उत्कृष्ट रूप व्यक्तियों को रेखाओं, रंगों और आकृतियों के माध्यम से अपनी भावनाओं और विचारों को व्यक्त करने की अनुमति देता है, जिससे जीवन में सुंदरता, रचनात्मकता और सांस्कृतिक समझ बढ़ती है। कला और पेंटिंग में निहित रचनात्मक प्रक्रिया आत्म-अभिव्यक्ति के लिए एक गहन माध्यम के रूप में कार्य करती है, जो जटिल भावनाओं को व्यक्त करने और सशक्तिकरण को बढ़ावा देने में सक्षम है। वर्तमान में, हस्तशिल्प रोजगार सृजन और निर्यात में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, हाल के वर्षों में उनके सांस्कृतिक और वाणिज्यिक मूल्य के कारण उनका महत्व बढ़ गया है। हस्तशिल्प जैसे लघु उद्योग औद्योगिक और विकासशील दोनों देशों के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं। अगर कोई महिला किसी भी प्रकार की हस्तकला से निपुण है तो वह अपना रोजगार स्वयं खोलने में सक्षम है। जिससे भविष्य में आगे चलकर वह आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन सकती है, और अपने कार्यों द्वारा अन्य लोगों को रोजगार देकर दूसरों के लिए प्रेरणास्रोत बन सकती है। उपस्थित सदस्यों ने मुख्य अतिथियों द्वारा कार्यों की तारीफ की और प्रोत्साहन दिया। अंत में कार्यक्रम के अंतिम दिन सभी ने एक दूसरे को शुभकामनाएं दी।