सीटी बजाते ही स्कूल के लिए निकल पड़ते हैं बच्चे
टांगराईन स्कूल में प्रयास से बढ़ी बच्चों की उपस्थिति
जमशेदपुर। सरकारी विद्यालयों में बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने और ड्रॉप आउट रोकने के लिए शिक्षा विभाग, झारखंड सरकार की अभिनव पहल प्रयास कार्यक्रम अब रंग लाने लगा है। स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति बढ़ रही है। पोटका के सुदूरवर्ती गांव में स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय, टांगराईन में भी प्रयास कार्यक्रम के तहत बच्चों की उपस्थिति को बढ़ाने का प्रयास हो रहा है।
विद्यालय के प्रधानाध्यापक अरविंद तिवारी ने बताया कि बच्चों को चार हाउस में बांटा गया है। प्रत्येक हाउस लीडर अनुपस्थित बच्चों के घरों में जाकर उन्हें विद्यालय आने के लिए प्रेरित करते हैं। अधिक दिनों तक अनुपस्थित रहने पर विद्यालय प्रबंधन समिति के सदस्यों की भी मदद ली जाती है।
प्रधानाध्यापक अरविंद तिवारी ने बताया कि प्रयास कार्यक्रम के तहत प्रत्येक गांव और टोले में लीडर बच्चे का चुनाव किया गया है जो स्कूल आने के पहले सीटी बजाते हैं। और सीटी बजते ही बच्चे स्कूल जाने के लिए निकल पड़ते हैं। सीटी बजाओ उपस्थित बढ़ाओ कार्यक्रम का काफी सकारात्मक असर दिख रहा है।
सीटी बजाओ उपस्थित बढ़ाओ कार्यक्रम की सफलता के पीछे की कहानी
टांगराईन गांव में रहने वाले 12 वर्षीय विजय कुमार भगत ने बताया कि वह पहले स्कूल नहीं जाता था। लेकिन जब प्रयास कार्यक्रम के तहत सीटी बजाओ उपस्थित बढ़ाओ कार्यक्रम शुरू हुआ तो वह भी स्कूल जाने लगा। विजय ने बताया कि सीटी बजते ही वह और उसके दोस्त स्कूल जाने के लिए तैयार हो जाते हैं।
टांगराईन गांव की रहने वाली वीणा मंडल ने बताया कि वह पहले स्कूल जाती थी लेकिन बाद में स्कूल जाना छोड़ दिया। लेकिन जब सीटी बजाओ उपस्थित बढ़ाओ कार्यक्रम शुरू हुआ तो वह फिर से स्कूल जाने लगी। वीणा ने बताया कि सीटी बजने से उसे स्कूल जाने का मन करता है।
सीटी बजाओ उपस्थित बढ़ाओ कार्यक्रम के लाभ
सीटी बजाओ उपस्थित बढ़ाओ कार्यक्रम के कई लाभ हैं। इस कार्यक्रम से बच्चों की उपस्थिति में वृद्धि हुई है। इससे ड्रॉप आउट दर में कमी आई है। बच्चों में स्कूल जाने के प्रति जागरूकता बढ़ी है।