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सिद्धगोड़ा का चिल्ड्रन पार्क 14 नवंबर को बाल दिवस है खुल जाएगा : सरयू राय

जमशेदपुर। सिदगोडा का चिल्ड्रेन पार्क आगामी 14 नवम्बर 2022 को बाल दिवस ( चिल्ड्रेन डे) से पुनः आरम्भ होगा। साथ ही टाउन हॉल से सूर्य मंदिर तक का पूरा परिसर महत्वाकांक्षी रूप में नए सिरे से विकसित किया जाएगा। इस आशय का ठोस प्रस्ताव मैंने पूर्वी सिंहभूम के उपायुक्त के समक्ष किया है जिसे शीघ्र हीतकनीकी-प्रशासनिक स्वीकृति एवं निधि उपलब्ध कराने हेतु राज्य सरकार के संबंधित विभागों को भेजा जाएगा। इन कार्यों के लिए विधायक निधि एवं ज़िला योजना की निधि का भी उपयोग किया जाएगा।

कल देर शाम इस बारे में एक बैठक उपायुक्त के कार्यालय कक्ष में हुई जिसमें मेरे एवं उपायुक्त के अतिरिक्त एडीएम श्री एन के लाल, जमशेदपुर अक्षेस के विशेष पदाधिकारी संजय कुमार एवं अन्य उपस्थिति थे. आज सुबह 7.30 बजे मै एडीएम श्री लाल और जमशेदपुर अक्षेस के विशेष पदाधिकारी ने एक विशेषज्ञ के केसीसी चिल्ड्रन पार्क परिसर का अनौपचारिक दौरा किया और वहाँ स्थित उपकरणों का व्यापक सर्वेक्षण किया. निष्कर्ष निकला की चिल्ड्रेन पार्क बहुत ही बदहाल स्थिति में है। इसके उपकरणों को चिल्ड्रेन पार्क के बाहर अव्यवस्थित रूप में फेंक दिया गया है। हमने चिल्ड्रेन पार्क के मूल स्थान और डम्प स्थान का दो घंटा तक मुआयना किया और पाया कि इसके कई क़ीमती उपकरण कबाड़ हो गए हैं। यहाँ स्थित छोटे बच्चों के लिए बनाया गया कम गहराई का तालाबनुमा जल क्रीड़ा स्थल झाड़-झंखाड और कादो-कंकड़ से भर गया है। इस पार्क स्थल को साफ़ सुथरा करने का काम शुरू हो गया है. मैने प्रस्ताव रखा है कि बाल दिवस 14 नवम्बर के अवसर पर यहाँ तीन दिनों का बाल मेला लगाया जाए।

टाउन हॉल- सूर्य मंदिर का परिसर दर्जनों सरकारी योजनाओं के तहत आवंटित सरकारी निधि से हुआ है। इसी वर्ष सूर्य मंदिर परिसर की ग्रिल से घेराबंदी तत्कालीन राज्य सभा सांसद श्री महेश पोद्दार की सांसद निधि से हुई है जिसका उद्घाटन अभीतक नहीं हुआ है। ऐसे ही अनेक सरकारी निधियों से यहाँ विविध संरचनाएँ खड़ा हुई हैं जिनका उपयोग निजी हित लाभ के लिए हो रहा है। चिल्ड्रेन पार्क के नाम पर ₹5 और वहाँ के पार्क में जाने के लिए अलग से ₹5 की वसूली कई वर्षों से होते रही है। अवैध वसूली अभी भी चल रही है।

मैंने उपायुक्त से स्पष्ट शब्दों में कहा है कि बर्दाश्त की भी एक हद होती है। गत ढाई वर्ष में मैंने कई बार सरकारी अधिकारियों से पूछा है कि सरकारी संपत्ति की एवज़ में निजी वसूली के लिए इनके किसने अधिकृत किया है। सरकार को इससे कितना राजस्व प्राप्त होता है। इस पर सभी मौन साध लेते हैं। मैंने उपायुक्त से आग्रह किया है कि “माल महराज का और मिर्ज़ा खेलें होली” की तर्ज़ पर इस परिसर में चल रही अवैध गतिविधियाँ कल से बंद होनी चाहिए।

मैंने अक्षेस के विशेष पदाधिकारी से कहा है कि इस परिसर में प्रवेश के लिए देर शाम तक यात्री निवास की तरफ़ का गेट खोल कर रखा जाए ताकि वहाँ से लोग पार्क में निःशुल्क प्रवेश कर सकें। मैं आम लोगों से भी अपील करता हूँ कि इस परिसर में घुसने के लिए वे कोई शुल्क न दें। कोई शुल्क माँगता है और जबरन वसूलता है तो इसकी सूचना मुझे करें।

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