सिख शादी समारोह में शराब सेवन पर रोक लगाने को जमशेदपुरी ने अकाल तख्त को लिखा पत्र
डेस्टिनेशन वेडिंग के लिए गुरु ग्रन्थ को समुद्र किनारे व रेसोर्ट ले जाने पर रोक लगाना उचित फैसला: जमशेदपुरी
जमशेदपुर;सिख शादी समारोह में शराब सेवन जैसे चिंताजनक विषय पर पर रोक लगाने के लिए शहर के युवा सिख प्रचारक हरविंदर सिंह जमशेदपुरी ने अकाल तख्त के जत्थेदार को पत्र लिख कर इस पर त्वरित कार्यवाई की मांग की है। हाल ही में अकाल तख़्त के जत्थेदारों द्वारा डेस्टिनेशन वेडिंग (दूरस्थ शादी समारोह) के लिए गुरु ग्रन्थ को समुद्र किनारे या रेसोर्ट ले जाने पर पाबन्दी लागु की गयी है जिसको हरविंदर सिंह जमशेदपुरी ने उचित फैसला बताते हुए जत्थेदारों का आभार प्रकट किया है।
बुधवार को हरविंदर सिंह जमशेदपुरी ने बताया कि डेस्टिनेशन वेडिंग (दूरस्थ शादी समारोह) पर शब्द गुरु श्री ग्रन्थ साहिब जी को ले जाना उनका अपमान है इस पर जत्थेदारों द्वारा लिए गया फैसला स्वागत योग्य है इसलिए वे उनका आभार प्रकट करते हैं।
जमशेदपुरी का कहना है कि गुरु ग्रन्थ साहिब जी का सम्मान और रहत मर्यादा अपनाना हर सिख का पहला कर्तव्य है। उन्होंने सिख शादी समारोहों में शराब के सेवन पर भी आपत्ति जताते हुए इस पर रोक लगाने की वकालत करते हुए अकाल तख़्त के जत्थेदार को पत्र लिख पर इसपर भी रोक लगाने तथा कड़ी कार्यवाई करने की गुजारिश की है। साथ ही साथ उन्होंने पत्र में जिक्र किया है कि आनंद कारज के पर नवदम्पति को सरोपा देने के बजाय उन्हें रहत मर्यादा की प्रति दी जानी चाहिए।
जमशेदपुरी ने जत्थेदारों से दरखास्त की है कि गुरु घर के मुख्य सेवादार सहित कमेटी सदस्यों को सख्त निर्देश दिये जाने चाहिए कि जिन घरों मे शराब इत्यादि का सेवन होता है उनके आनन्द कारज (शादी) गुरुद्वारों में नही किये जाने के निर्देश भी कमेटी को दिया जाये। बकौल हरविंदर जमशेदपुरी श्री गुरु ग्रन्थ साहिब में शराब सेवन और किसी भी तरह का नशा करने कि सख्त मनाही है।