सिंहभूम चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री चुनाव 2023-25 में, टीम सोंथालिया विरोधी टीम पर लगाया कई गंभीर आरोप
जमशेदपुर। कोल्हान (सिंहभूम) के व्यापरियों उद्यमी की सबसे बड़ी लगभग 2000 सदस्यों वाली मजबूत संगठन, वर्ष 2023-2025 के संचालन हेतु चुनाव आगामी 23 सितंबर प्रातः 10 बजे से 25 सितंबर शाम 5 बजे तक दूरस्थ मतदान पद्धति (Remote E Voting) का आयोजन किया गया है। इसके अलावा, 26 सितंबर को दिन के 11 बजे से संध्या 5 बजे तक मतदान चैम्बर भवन, बिष्टुपुर, में होना सुनिश्चित है।
“व्यापारी रहे सम्मान से, व्यापार करे स्वाभिमान से।” के उद्देश्य लेकर, मिलनसार, सबके दुःख-सुख में खड़े रहने वाले सभी के प्रिय श्री सुरेश सोंथालिया और उनकी उत्साही, अनुभवी और ऊर्जावान सदस्यों की टीम का इस चुनाव में चयन होगा।
चेंबर का गठन व्यापार और उद्योग के हितों के लिए हुआ है । आज यहाँ के व्यापारी बड़े औद्योगिक घरानों के रिटेल आउटलेट और ऑन लाइन सामानों की ख़रीदारी से त्रस्त है । कई दुकानों की तो बोहनी नहीं होती । दूसरी ओर यह शहर धीरे धीरे बूढ़ों का शहर होकर रह जायेगा । न कोई बड़ा उद्योग की आशा है, न तो उच्च शिक्षा की व्यवस्था है न ही अच्छी चिकित्सा की व्यवस्था है । शहर का युवा वर्ग उच्च शिक्षा के लिए दूसरे शहरों या देश का रूख कर रहे हैं एवं बाद में वही बस जा रहे हैं क्योंकि रोज़गार का यहाँ अवसर नहीं है । युवा वर्ग ही बाज़ारों मुख्य ग्राहक होता है । युवा वर्ग की आस में शहर में नये नये खाने के होटल खुल रहे हैं । इन सबका भविष्य क्या होगा ? आधुनिक करण के इस युग में रोज़गार के भी सीमित अवसर है ।
नये उद्योग और दूसरे रोज़गार के अवसर नहीं होंगे तो लोग दूसरी जगहों का रूख करेंगे इस तरह से यहाँ का व्यापार कठिन हो जायेगा । हमारी टीम सरकार से बात करेगी कि यहाँ नये नये उद्योग लगे , उच्च शिक्षा के लिए शिक्षण संस्थान की स्थापना हो , अच्छी चिकित्सा की व्यवस्था हो ताकि युवाओं का पलायन रूक सके इससे व्यापारी अपने खुशहाल हो जायेगा ।
हमारी टीम यहाँ के जो भी अच्छे शिक्षण संस्थान है उनसे माँग करेगी कि स्कूल के बाद संध्या में पोस्ट ग्रैजुएट के कोर्स चालू करे। हमारे यहाँ विश्व विख्यात XLRI है हम उनसे बात करेंगे इस तरह के कोर्स चालू करने के लिए ।
शहर के विविध इलाक़ों जैसे आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र एवं लाल बाबा बर्मामाइंस की क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत को दुरुस्त करने के लिए प्रयास किया जाएगा।
बिष्टुपुर से लेकर सबसे बड़ी समस्या बड़ी रजिस्ट्री का रुका हुआ है। हम इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री से मिलकर उन्हें समझाएंगे कि इसकी वजह से शहर का विकास रुका हुआ है और सरकार को भी भारी राजस्व की हानि हो रही है।
आने वाले समय में टाटा कंपनी द्वार भारी निवेश शहर के टेल्को, गोविंदपुर की ओर करने की तैयारी है। अगर हम चुन के आते हैं तो टाटा कंपनी के उच्च अधिकारियों से बात करके टाटा स्टील की ग्रोथ के साथ पूरे शहर के कारोबार की ग्रोथ सुनश्चित करेंगे।
जीएसटी के सरलीकरण के लिए, राज्यव्यापी आंदोलन के साथ मिलकर काम किया जाएगा।
नए युग में चैंबर के सदस्यों को सोशल मीडिया तथा ऑनलाइन मार्केटिंग और बिजनेस करने के गुर सिखाए जाएंगे।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का व्यापार में किस तरह का प्रयोग किया जाएगा इसकी शिक्षा दी जाएगी।
साकची बाजार के मुद्दे जैसे बैरिकेटिंग, फुटपाथ दुकानदारी, इत्यादी का पूरा हॉल निकला जाएगा !
जमशेदपुर में एयरपोर्ट निर्माण के लिए गंभीर प्रयास किये जायेंगे !
झारखंड कोल्ड स्टोरेज चेन की स्थापना में का प्रयास किया जायेगा
कोल्हान को इलेक्ट्रिक वाहन और सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग का हब बनाना।
हरित ऊर्जा में निवेश का महत्व तय करना
ऑनलाइन दवा के साथ प्रतिस्पर्धा करने के लिए समान अवसर, चिकित्सा कंपनियों को समान स्तर की छूट देनी चाहिए। इसके लिए प्रयास करना।
सप्लाई चेन मैनेजमेंट का वर्कशॉप करना
चैम्बर चुनाव आते साथ ही शहर का माहौल बदल जाता है। साथ-साथ रहने वाले भी कटे कटे रहने लगते हैं। आरोप- प्रत्यारोप का दौर शुरू हो जाता है! लोग ओछी हरकतों पर भी उतर आते हैं। ये प्रथा बंद होनी चाहिए! चैम्बर एक प्रतिष्ठित व्यावसायिक संस्था है, जो अनुशासन एंव प्रजातंत्र के सिद्धांतों पर चलती है! यहाँ कोई भी व्यक्ति अपनी काबिलियत एंव दिलचस्पी के अनुसार चुनाव लड़ सकता है।
चैम्बर का इतिहास उठाकर देखेंगे तो मालूम पड़ेगा की किस तरह चैम्बर की नीव एक भाड़े के कमरे में रखी गई थी। हमारे पूर्वजों ने चैम्बर को एक हथियार के रूप में व्यवसायी समाज को दिया! कालांतर में चैम्बर का रुतबा इससे जुड़े व्यवसायियों की वजह से बढ़ता चला गया। अनेक अध्यक्ष आए एंव सभी ने उस समय की जरूरत अनुसार चैम्बर में ईंटें जोड़े। टाटा कंपनी से जमीन अलॉट कराने से लेकर एक एक कर विभिन्न ताल्लो का निर्माण कराया गया। लिफ्ट लगायी गयी। विभिन्न हॉलों का जीर्णोद्धार कराया गया।वर्तमान अध्यापक ने इस लिपिकीय कार्य को चैम्बर का मुख्य कार्य समझ लिया।
सैरात बाजार के मुद्दे पर चैम्बर अध्यक्ष को ये स्वयं कबूल करना चाहिए की वे इस मुद्दे पर लीड लेने से चूक गए। मैंने इसमें आगे बढ़कर व्यापरियों को एकजुट किया! हाई कोर्ट में रिट पीटिशन दायर की गई तब जाकर स्टे मिला और प्रशासन बैकफुट में आया।
नए लोगों को मौका देना अच्छी बात है, पर चेंबर की गरिमा को ताक में रखकर, जिन लोगों ने चैम्बर पर केस कर रखा है, आज वो ही चैम्बर की बाग डोर अपने हाथ में लेना चाहते हैं। मेरा अध्यक्ष जी से व्यक्तिगत रूप से कोई बैर नहीं है, परंतु उन्हें ये सोचना चाहिए कि सत्ता सुख का इतना भी मोह ना करें कि डाली काटने वालों के ही हाथ में पेड़ सौंप दें।
मेरा एक ही अनुरोध है, निष्पक्ष एंव न्यायपूर्ण चुनाव होने दें! एंव मतदाता को निर्णय लेने दें की वो किसको उस पद पर देखना चाहता है।
सुरेश सोंथालिया सदा से ही व्यापारियों की आवाज आ रही है और आगे भी अपनी पूरी टीम और काबिलियत के साथ व्यापारियों के साथ खड़ा रहेगा।