सिंहभूम चैंबर ऑफ़ कॉमर्स के चुनाव में मुनका गुट ने किया था जीत हासिल सुरेश संथालिया

जमशेदपुर।कंपनी एक्ट के अनुसार संरक्षित माध्यम से वोटिंग करानी है। जो कुछ हुआ वो बिलकुल संरक्षित या गोपनीय नहीं था। जो  किसी भी लोकतान्त्रिक मतदान प्रावधान का मूल भी है।
2)	CDSL के SCRUTINSER के द्वारा प्रत्याशियों के साथ हुई बैठक में यह सूचित किया गया था की OTP सिर्फ रेजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर ही मिलेगा। इसके विपरीत OTP E MAIL के द्वारा प्राप्त हुआ। इसकी वजह से कई अधिकृत मतदाताओं की जगह अन्य लोगो ने उनका मतदान किया।
3)	यह आप सभी को ज्ञात होगा किस तरह से लोगो पर दबाव बनाकर अपने सामने मतदान करवाया गया।  26 / 9 /23 को चैम्बर में हुए मतदान में भी अधिकृत मतदाता की जगह अनधिकृत लोगो ने मतदान किया |
सबसे महत्वपूर्ण बात यह है की इस सारी प्रक्रिया में घोर फर्जीवाड़ा भी हुआ है।
4)	चैम्बर संविधान के अनुसार मतदाता सूचि में 31 जुलाई तक ही फेरबदल किया जा सकता है। अंतिम कार्यसमिति ने निर्णय लिया की इसे 4 सितम्बर तक बढ़ाया जाय। यह फेरबदल भी लिखित आवेदन के आधार पर ही करना था।
5)	मतदाता सूचि को चुनाव प्रक्रिया के आरम्भ होने से एक दिन पूर्व महासचिव द्वारा हस्ताक्षर कर नोटिस बोर्ड पर लटकाना है, तथा किसी भी प्रत्याशी के द्वारा मांगे जाने पर एक निर्धारित राशि देने पर उसकी प्रतलिपि प्रदान भी करनी है। 10 / 9 / 2023 को हमारे साथी प्रत्याशियों ने 590 /- की राशि देकर यह सूचि प्राप्त की।  (रसीद संलग्न ) नोटिस बोर्ड पर कोई सूचि नहीं लटकाई गयी।  फिर भी हम यह मानकर चलते है की जो सूचि राशि लेकर हमे प्रदान की गयी, वही अंतिम सूचि है।
6)	साजिश और फर्जीवाड़ा अब शुरू होता है। दिनाक 5 / 9 / 2023 से लेकर 19 / 9 / 23 (जिस दिन चुनाव पदाधिकारियों को सूचि अंतिम बार प्रदान की गयी ) तक भारी मात्रा में मतदाता सूचि में फेरबदल किया गया। यह आंकड़ा 178 सदस्यों का है !! जब चुनाव पदाधिकारियों ने अपना कार्य चुनाव घोषणा होते ही संभाल लिया था, तो फिर यह सूचि उन्हें अंतिम दिन क्यों दी गयी ? हमारी जानकारी में उन्हें दो बार यह सूचि दी गयी।
7)	चुनाव पश्चात जब हमे फर्जीवाड़ा की सुचना मिली तब हमने SCRUTINSER से आवेदन किया की वो हमे वो सूचि प्रदान करे जो अधिकृत तौर पर उन्हें सौपी गयी, और उन्होंने वो सूचि को CDSL को भेजा। उन्होने हमे यह सूचि प्रदान की। गहन जांच पड़ताल के बाद यह पता चला की कई सदस्यों की फर्जी MAIL ID बनायीं गयी।  इसमें टाटा घराने की कंपनी समेत कई नामी गिरामी प्रतिष्ठान भी शामिल है।  कुछ नाम निचे आपके अध्ययन के लिए दे रहा हु। एक साजिश की तरह इन सब मेल के द्वारा फर्जी तौर पर अध्यक्ष तथा महासचिव ने इनका मतदान किया।
Mem No.
Name of Firm
New Email ID
Old Email ID
742
B.R.C. Plastic & Engineering Works	teamleader19092023@gmail. com	mahenderbothra@gmail.c om
1439	Rajeshco Co.	rajeshco.jsr@gmail.com
rajeshco1@sify.com
656	National Institute of Personnel Management
sep08@rediffmail.com
880	Jamshedpur Engg. & Machine Mfg. Company
sep08@rediffmail.com
580 Bihar Sponge Iron Limited sep08@rediffmail.com
900 Telcon Limited sashok143@gmail.com
550 Coventry Spring & Engg. Co. Limited sashok143@gmail.com
747	Lalit Kumar Baid	arun19092023@gmail.com
817	Manjeet Auto Products	naresh19092023@gmail.com
818	Jagjit Engineering Works	arunkmr1312@gmail.com
879	TRF Limited	anilsinghtrfjsr@gmail.com
1246
Kohinoor Steel Private Limited	dileep.kumar.thakur@gmail.co m
8)	यह साइबर जालसाजी है।  जिसमे हमे नुक्सान पहुंचाकर, सवयं को लाभ दिया गया।  इतना ही नहीं वास्तविक मतदाता के लोकतान्त्रिक अधिकारों को उनसे वंचित किया गया।
SURESH SONTHALIA /BHARAT VASANI/KISHORE GOLCHA/MAHESH SONTHALIA/CA DILIP GOLECHA/NITESH DHOOT/SN AGARWAL(MUNNA)/SAWANAR SHARMA/ADV.PIYUSH CHOUDHARY
RAMU DEBUKA/PAWAN SHARMA
AKSHAY AGARWAL / ANAND CHOUDHARY/ MOHIT SHAH / BIMAL BAKERWAL / AMIT SARAIWALA / ANANT MOHANKA / CA ANKIT AGARWAL / ANURAG AGALWAL / ARVIND MISHRA / ASHISH MITTAL / BN SHARMA / CA KAUSHALENDRA DAS / DEEPAK AGARWAL / DILIP GOEL / HARSH BAKEREWAL / KAUSHAL NAGELIA / CA SUGAM SARAIWALA / ADV RAJESH AGARWAL / VINOD SHARMA MUKESH SHARMA / NAVIN SHRIVASTAV / PANCHEM GUPTA / PANKAJ CHAWCHARIA / PAWAN DEBUKA / RAJ JAISWAL / RAJESH JAISUKA / RAM KHANDELWAL / RAMESH CH. AGARWALA / RAMESH SONTHALIA / SAMIR MAKANI / SHANTANU GHOSH / SHIV SUNDAR AGARWAL / SUSHIL AGARWAL / SUSHIL MITTAL / VIKAS SINGHANIA / VIKESH DUBEY / RAJESH SANGHI / MANOJ AGARWAL / MANOJ CHETANI / MRINAL KANTI दस।
				
