संगीता पाण्डेय
गुवा/चाईबासा। राष्ट्रीय श्रमिक शिक्षा एवं विकास बोर्ड (श्रम एवं रोजगार मंत्रालय, भारत सरकार) क्षेत्रीय निदेशालय -जमशेदपुर के तत्वावधान में गुवा लौह अयस्क खदान(सेल) के मानव संसाधन विकास केन्द्र में “सांगठनिक उत्कृष्टता हेतु इंडस्ट्री-4.0″विषय पर द्विदिवसीय संगोष्ठी का सफलतापूर्वक समापन 18 अक्टूबर,22 को किया गया।संगोष्ठी के मुख्य वक्ता तथा बोर्ड के वरिष्ठ शिक्षा पदाधिकारी राज किशोर गोप ने कहा कि गुवा माइन्स(सेल) को चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए कर्मियों में दक्षता एवं मल्टी स्किलिंग तकनीक को अपनाना समय की आवश्यकता है। आज का युग ज्ञान,विज्ञान तथा नवीनतम टेक्नोलॉजी पर आधारित है। ज्ञानवान श्रम शक्ति किसी भी उद्योग के महत्वपूर्ण धरोहर होते हैं जिनके बल पर ही उद्योगों में उत्पादकता, गुणवत्ता तथा उत्पादन लागत में कमी लाई जा सकती है। श्री गोप ने सेल कर्मियों को केन्द्र सरकार की औद्योगिक तथा आर्थिक नीतियाँ,10 कॉरपोरेट सी,जापानी संस्कृति कैज़न,टी पी एम,कार्य स्थल पर बर्वादी को रोकने के उपाय, उत्पादकता वृद्धि में कंपनी में उपलब्ध संसाधनों का बेहतर उपयोग के तरीके तथा 5 एस के बारे में पावर पोइन्ट प्रेजेंटेशन, वीडियो फिल्मों के माध्यम से बताया एवं सेल कर्मचारियों को इसे कार्य स्थल पर लागू करने का सुझाव दिया गया।साथ ही उक्त तथ्यों के आधार पर गुवा माइन्स के उत्पादन लागत में कमी लाकर इसे लाभदायक एवं प्रतिस्पर्धात्मक बनाने को दिशा निर्देश दिए उक्त संगोष्ठी का समापन अनिल कुमार,उप महाप्रबंधक(मा0 सं0वि0) ने किया। उन्होंने कर्मियों से संगोष्ठी का सकारात्मक प्रभाव जानकर अत्यंत प्रसन्नता व्यक्त किया तथा श्री गोप के प्रति गुआ प्रबन्धन की ओर से आभार व्यक्त किया। अपने सम्बोधन में श्री कुमार ने कहा कि उद्योगों में हो रहे परिवर्त्तन को समझने के लिए नवीनतम जानकारी जरूरी है। इस दिशा में बोर्ड के कार्यक्रम भविष्य में गुवा माइन्स के लिए फायदेमंद सिद्ध हो सकता है।कार्यक्रम के सफल आयोजन में वाहिद अहमद,राज विकास प्रसाद आदि का सराहनीय योगदान रहा।