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समाज को कानूनी क्षेत्र में जागरूक करने में विधि के छात्र महत्वपूर्ण भूमिका निभाए: राजेश शुक्ल

जमशेदपुर को-ऑपरेटिव विधि महाविद्यालय के एल एल बी 2022-25 सत्र का शुभारंभ

जमशेदपुर कोऑपरेटिव विधि महाविद्यालय के एल एल बी के 2022-25 सत्र का शुभारंभ झारखंड स्टेट बार कौंसिल के वाईस चेयरमैन एवं कोल्हान विश्वविद्यालय के संस्थापक सिंडिकेट सदस्य श्री राजेश कुमार शुक्ल ने आज किया।
श्री शुक्ल जो जमशेदपुर कोऑपरेटिव विधि महाविद्यालय के चेयरमैन भी है ने इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए कहा कि स्वामी विवेकानन्द ने कहा था कि संभव की सीमा जानने का सिर्फ एक तरीका है ,असंभव के आगे निकल जाना। कानूनी क्षेत्र में भी हमे यह ध्यान रखना है और पीड़ित लोंगो को रास्ता बताना है। समाज मे कानूनी क्षेत्र में लोंगो को जागरूक करने में विधि के छात्रों की महत्वपूर्ण भूमिका हो सकती है। जिसे उन्हें करना चाहिए।

श्री शुक्ल ने कहा कि जमशेदपुर कोऑपरेटिव विधि महाविद्यालय 1970 से चल रहा है अब यह 53 बर्ष का हो गया है। इसे आधारभूत संरचना से परिपूर्ण किया जाएगा। यहा के छात्र सभी क्षेत्रों में आगे रहे है। इसके लिए शैक्षणिक गुणवत्ता बढ़ाने का प्रयास होंगा। विभिन्न विषयों पर सेमिनार और गोष्ठियों का आयोजन होंगा।

श्री शुक्ल ने नए छात्रों को अपनी शुभकामनाएं देते हुए आशा व्यक्त किया कि वे संसाधनों से परिपूर्ण विधि महाविद्यालयो से मुकाबला करेंगे और को-ऑपरेटिव विधि महाविद्यालय का नाम उच्चा करेंगे।इस अवसर पर महाविद्यालय की तरफ से प्राचार्य डॉ जीतेन्द्र कुमार ने श्री शुक्ल को शाल ओढ़ाकर और स्मृति चिन्ह देकर श्री शुक्ल को जमशेदपुर को-ऑपरेटिव विधि महाविद्यालय की तरफ़ से सम्मानित किया।

इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में जमशेदपुर को-ऑपरेटिव महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ अमर कुमार सिंह ने कहा कि इस महाविद्यालय को आने वाले दिनों में बेहतर आधारभूत संरचना सुलभ कराने की दिशा में कार्य हो रहा है जिसमे कोल्हान विश्वविद्यालय के संस्थापक सिंडिकेट सदस्य श्री राजेश कुमार शुक्ल का सहयोग शानदार ढंग से मिल रहा है। उन्होंने श्री शुक्ल के विधि और उच्च शिक्षा के क्षेत्र में किए गए प्रयास की सराहना की। उन्होंने छात्रों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की।

इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ जीतेन्द्र कुमार ने कहा कि छात्रों को कानूनी विषयो पर मजबूत पकड़ रखनी होंगी। कक्षा में नियमित रहना होंगा। उन्होंने विधि शिक्षा के विभिन्न पहलुओं की जानकारी देते हुए कहा कि अब वकालत पेशे के द्वार कई तरफ खुले है प्रतिभाशाली छात्र के लिए क्रिमिनल, कॉरपोरेट, पेटेंट कानून, साइबर लॉ, फैमिली लॉ, बैंकिंग लॉ और टैक्स लॉ के क्षेत्र में भी अपार संभावनाएं है।

श्री कुमार ने झारखंड स्टेट बार कौंसिल के वाईस चेयरमैन और कोल्हान विश्वविद्यालय के संस्थापक सिंडिकेट सदस्य श्री राजेश कुमार शुक्ल के द्वारा इस महाविद्यालय के उन्नयन के लिए किए गए प्रयासों की सराहना करते हुए श्री शुक्ल का आभार जताया।

कार्यक्रम का संचालन विधि के प्राध्यापक डॉ संजीव कुमार विरूली ने करते हुए विधि शिक्षा के विभिन्न क्षेत्रों के लाभ से अवगत कराया।

इस अवसर पर विधि के प्राध्यापक डॉ कमल कुमार शुक्ल, संजीव कुमार विरूली ,आनन्द कुमार ,राजू कुमार भगत ने भी अपने विचार राखेऔर छात्रों को विधि शिक्षा की उपयोगिता बताया। धन्यवाद ज्ञापन डॉ आनंद कुमार ने किया। इस अवसर पर संविधान की रक्षा का संकल्प भी लिया गया और उद्देशिका को दोहराया गया।कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान से हुआ। इस सत्र शुभारंभ कार्यक्रम में सभी छात्रों ने भाग लिया।

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