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संस्कार भारती की ओर से ग्रेजुएट कॉलेज परिसर में पद्मश्री शैलेंद्र नाथ श्रीवास्तव की जयंती मनाई गई

बच्चों के जन्म से ही उन्हें गोरा काला जैसे श्रेणीयों में बांट दिया जाता है : डॉ सुनील नंदवानी

जमशेदपुर। संस्कार भारती जमशेदपुर महानगर की तरफ से आज ग्रेजुएट कॉलेज के प्रांगण में पद्मश्री डॉ. शैलेन्द्र नाथ श्रीवास्तव की जयंती समारोह का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि डाॅ सुनील नंदवानी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि बच्चों के जन्म के साथ ही उन्हें गोरा काला जैसी श्रेणियां में बांट दिया जाता है।.द्वैत से अद्वैत में इतनी शक्ति होती है कि हमारे जीने का नजरिया ही बदल जाता है। द्वैत से अद्वैत में इतनी शक्ति होती है कि हमारे जीने का नजरिया ही बदल जाता है।
स्वागत भाषण डॉक्टर रागिनी भूषण में दिया।

इस अवसर पर एक भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था जिसमें 18 वर्ष के ऊपर के 25 छात्रों ने सामाजिक समरसता और युवा पीढ़ी की भूमिका विषय पर अपने विचार रखें। इस अवसर पर एक भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था जिसमें 18 वर्ष के ऊपर के 25 छात्रों ने सामाजिक समरसता और युवा पीढ़ी की भूमिका विषय पर अपने विचार रखें।
युवाओं में बहुत उत्साह दिखा और उन्होंने बढ़ चढ़कर अपने विचार रखे। परिवार में, समाज में, असामानता आज भी दिखती है. बिना किसी भेदभाव के एक रस में रहना की समरसता है। वसुधैव कुटुंबकम की संस्कृति भारत की विशेषता है। यह बात युवाओं को समझनी चाहिए। इतिहास गवाह है हर युग में हर काल में सामाजिक क्रांति युवाओं के ही कारण आई है। आज भारत में युवाओं की संख्या सबसे अधिक है, इसलिए युवाओं से बहुत आशाएं बंधी हैं युवा देश की नींव है। उनकी भूमिका पर ही देश का भविष्य टिका है।
निर्णायकों में डॉक्टर शकुंतला पाठक पूर्व प्राचार्य ग्रेजुएट कॉलेज डॉक्टर अरुण कुमार सज्जन तथा सुधा गोयल की महत्वपूर्ण भूमिका रही। संस्कार भारती के मंत्री श्री विजय भूषण तथा संयोजक श्रीमती अरुणा भूषण ने सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र दिया। धन्यवाद ज्ञापन डॉक्टर जूही समर्पिता ने किया।

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