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संताली साहित्य के विकास में मिशनरियों की रही है अहम भूमिका : प्राचार्य

– घाटशिला महाविद्यालय में एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी संपन्न

– संताली भाषा के विकास में झारखंड सरकार प्रयत्नशील : विधायक

घाटशिला: घाटशिला महाविद्यालय के संताली विभाग द्वारा साहित्य अकादमी के सहयोग से एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का भव्य आयोजन महाविद्यालय परिसर में किया गया। उक्त संगोष्ठी का उद्घाटन घाटशिला के विधायक एवं सीनेट सदस्य रामदास सोरेन ने पंडित रघुनाथ मुर्मू, रामदास टुडू एवं साधु चरण मुर्मू के चित्र पर माल्यार्पण कर एवं दीप प्रज्वलित कर किया। इस मौके पर अपने उद्घाटन संबोधन में उन्होंने कहा कि संताली भाषा के विकास हेतु वे निरंतर संघर्ष करते रहे हैं। झारखंड सरकार इस भाषा के विकास हेतु प्रयत्नशील रही है। साथ ही उन्होंने बताया कि संताली भाषा के विकास में साहित्य अकादमी का प्रशंसनीय योगदान रहा है। वहीं घाटशिला महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ आर के चौधरी ने अतिथियों को अंग वस्त्र एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया तथा अपने बीज वक्तव्य में कहा कि संताली भाषा और साहित्य के विकास में मिशनरियों की अहम भूमिका रही है। स्वागत भाषण साहित्य अकादमी के क्षेत्रीय सचिव डॉक्टर देवेंद्र कुमार देवेश ने किया। परिचयात्मक वक्तव्य साहित्य अकादमी के संताली प्रतिनिधि मदन मोहन सोरेन ने किया। उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता संताली राइटर्स एसोसिएशन, झारखंड शाखा के अध्यक्ष मानिक मार्डी तथा धन्यवाद ज्ञापन सचिव सुधीर चंद्र मुर्मू ने किया।
उद्घाटन सत्र के पश्चात प्रारंभ हुआ दो तकनीकी सत्र। जिसमें ‘संताली भाषा और साहित्य के विकास में मिशनरियों के योगदान’ पर गहन विमर्श किया गया। प्रथम सत्र में फतिक मुर्मू, जोगा मुर्मू, स्वपन किस्कू एवं सलखू मुर्मू तथा द्वितीय सत्र में आम्पा कुमार हेम्ब्रम, रामू हेम्ब्रम, सुराइ मार्डी एवं सचिन मार्डी ने अपना शोध प्रस्तुत प्रस्तुत किए। तकनीकी सत्र के पश्चात प्रारंभ हुआ कथा संधि। इसमें समय किस्कु ने अपने साहित्य रचना पर विचार व्यक्त किए। तत्पश्चात प्रारंभ हुआ नारी चेतना कार्यक्रम।
नारी चेतना कार्यक्रम में संगीतकार कल्पना किस्कू, कवियित्री सलीमा मार्डी, सुचित्रा हांसदा, सुहागी हांसदा एवं भारती टुडू ने अपनी प्रस्तुति दी। इस सत्र की अध्यक्षता डॉ माही मार्डी ने की। राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। इस मौके पर देश परगाना बैजू मुर्मू, जिला पार्षद देवयानी मुर्मू, मुखिया पार्वती मुर्मू, पूर्व जिला पार्षद बगराई मार्डी, प्रोफेसर एसपी मंडल, साहित्य अकादमी सम्मान से सम्मानित संताली साहित्यकार सालखू मुर्मू, जोबा मुर्मू, भुजंग टुडू, विधायक प्रतिनिधि जगदीश भकत, डॉ नरेश कुमार, प्रो इंदल पासवान, डॉ संदीप चंद्रा,डॉ रवि रंजन कुमार, मानिक मार्डी, बसंती मार्डी के अलावे काफी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित थे। इस कार्यक्रम में संताली पुस्तक की भी प्रदर्शनी लगाई गई जिसकी काफी संख्या में बिक्री हुई। कार्यक्रम के अंत में प्राचार्य डॉ आर के चौधरी ने इस संगोष्ठी में पश्चिम बंगाल, उड़ीसा एवं झारखंड से आए संताली साहित्यकारों तथा साहित्य अकादमी के क्षेत्रीय सचिव डॉ देवेंद्र कुमार देवेश, संयोजक मदन मोहन सोरेन तथा घाटशिला के विधायक रामदास सोरेन के प्रति आभार व्यक्त किया और कहा कि इनके सहयोग से ही यह राष्ट्रीय आयोजन सुगमता पूर्वक संभव हो सका। उन्होंने अपने महाविद्यालय परिवार के सभी शिक्षकों एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारियों तथा संताली राइटर्स एसोसिएशन के प्रति भी आभार व्यक्त किया जिन्होंने इस आयोजन के आरंभ से समापन तक साथ रहकर पूर्ण सहयोग किया।

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